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पीएम मोदी छत्तीसगढ़ को देंगे बड़ी सौगात : मात्र 10 रुपए में कर सकेंगे रायपुर से अभनपुर की यात्रा
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को छत्तीसगढ़ को रेल, सड़क, आवास, शिक्षा, उर्जा और ईंधन समेत कई सौगात देंगे। इस मौके पर पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अभनपुर से रायपुर रेल सेवा की शुरुआत भी करेंगे। गाड़ी संख्या 08835 अभनपुर -रायपुर इनॉग्रल मेमू पैसेंजर स्पेशल आठ कोच के साथ अभनपुर से 15:30 बजे रवाना होकर 15.38 बजे केंद्री, 15.52 बजे सीबीडी, 16.10 बजे मंदिर हसौद और 16.55 पर रायपुर पहुंचेगी। रेलवे की रेल लिस्ट के मुताबिक, मात्र 10 रुपए में अभनपुर से रायपुर तक की सफर कर सकते है।
रेल यात्रियों को 31 मार्च 2025 से रायपुर से अभनपुर के बीच सुबह और शाम को दो मेमो स्पेशल ट्रेन की सुविधा दो फेरे में मिलेगी। एक घंटे के सफर में यात्री रायपुर से अभनपुर पहुंच सकेंगे।
1. 68760/ 68761 रायपुर से अभनपुर रायपुर मेमू पैसेंजर (31 मार्च से)
सुबह के दो फेरे में गाड़ी संख्या 68760 रायपुर से अभनपुर मेमू पैसेंजर रायपुर से 9:00 बजे रवाना होकर 9:18 बजे मंदिर हसोद, 9:32 बजे सीबीडी 9:50 बजे केंद्रीय और 10:10 बजे अभनपुर पहुंचेगी। यह गाड़ी वापसी में गाड़ी संख्या 68761 अभनपुर रायपुर पैसेंजर अभनपुर से 10:20 बजे रवाना होकर केंद्री 10.28 बजे, सीबीडी 10.42 बजे, मंदिर हसौद 11:00 बजे और रायपुर 11:45 बजे पहुंचेगी।
2. 68762/68763 रायपुर अभनपुर रायपुर मेमू पैसेंजर (31 मार्च से)
शाम के दो फेरे में गाड़ी संख्या 68762 रायपुर- अभनपुर मेमू पैसेंजर रायपुर से 16:20 बजे रवाना होकर 16.38 बजे मंदिर हसौद, 16.52 बजे सीबीडी, 17: 10 बजे केंद्री, 17.30 बजे अभनपुर पहुंचेगी। गाड़ी संख्या 68763 अभनपुर रायपुर मेमू पैसेंजर अभनपुर से 18:10 बजे रवाना होकर 18:18 केंद्री, 18.32 बजे सीबीडी, 18.45 बजे मंदिर हसौद, 19.20 बजे रायपुर पहुंचेगी।

सौगात-ए-मोदी को लेकर छग वक्फ बोर्ड अध्यक्ष सलीम राज का बड़ा बयान, कहा- BJP संतुष्टिकरण और कांग्रेस तुष्टिकरण की करती है राजनीति
रायपुर। छत्तीसगढ़ में सौगात-ए-मोदी अभियान के तहत रमजान के अवसर पर मुस्लिम समुदाय के जरूरतमंद परिवारों को विशेष किट वितरित की गई. छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सलीम राज ने सौगात-ए-मोदी को लेकर करते हुए कहा कि पीएम मोदी की सौगात से समाज का हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है और भाजपा संतुष्टीकरण की राजनीति करती है.
डॉ. सलीम राज ने कहा कि तुष्टिकरण की नीति के कारण कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई, जबकि भाजपा की विष्णुदेव साय सरकार बिना किसी भेदभाव के समाज के हित में कार्य कर रही है.
जनता को मिल रहा योजनाओं का लाभ
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष ने आयुष्मान योजना, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि इससे आम जनता को सीधा लाभ मिल रहा है. उन्होंने बताया कि महतारी वंदन योजना और आयुष्मान योजना से मुस्लिम समाज के भाई-बहनों को भी फायदा हो रहा है. यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण संभव हो पाया है.
हम संतुष्टीकरण की राजनीति करते हैं, तुष्टिकरण की नहीं
डॉ. सलीम राज ने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार का उद्देश्य समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाना है. उन्होंने कहा, “हम संतुष्टीकरण की राजनीति करते हैं, तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करते हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल “सौगात-ए-मोदी” के तहत मुख्यमंत्री साय ने गरीब महिलाओं को गिफ्ट पैकेट वितरित किए जिसमें लेडीज़ सूट का कपड़ा, सेवइयां, खजूर और मिठाइयां शामिल थीं. शुक्रवार को रायपुर में अल्प संख्यक मोर्चे और छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में 500 महिलाओं को गिफ्ट पैकेट वितरित किए गए.
कोयला घोटाले में कांग्रेस नेता रामगोपाल अग्रवाल आए लपेटे में, रानू साहू के आईएएस पति का भी जुड़ा नाम…
रायपुर। पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार के कार्यकाल के चर्चित कोयला घोटाले का दायरा बढ़ता जा रहा है. प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को विशेष अदालत में कोयला घोटाले में शामिल नौ और आरोपितों के खिलाफ पूरक चालान पेश किया है.
पूरक चालान में में कांग्रेस के पूर्व कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल समेत रायपुर जेल में बंद निलंबित आइएएस रानू साहू के पति आइएएस जयप्रकाश मौर्य, कोयला फर्म के मालिक जोगिंदर सिंह, शेख मोइनुद्दीन, हेमंत जायसवाल, वीरेंद्र जायसवाल, एडवोकेट पीयूष भाटिया, पारिख कुर्रे व राहुल शामिल हैं.
अवैध कोल लेवी मामले में ईडी पहले ही कोरबा की पूर्व कलेक्टर रानू साहू, निलंबित आइएएस समीर बिश्नोई, पूर्व सीएम भूपेश बघेल की उप सचिव रही सौम्या चौरसिया, कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, कोयला कारोबारी हेमंत जायसवाल और कोरबा निवासी उसके भाई वीरेंद्र जायसवाल समेत करीब 20 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है.
क्या है कोयला घोटाला
छत्तीसगढ़ में कथित 500 करोड़ रुपए के कोयला घोटाला मामले में लेवी वसूली का मामला ईडी की रेड में सामने आया था. आरोप है कि कोयला परिवहन के दौरान कोयला व्यापारियों से वसूली करने के लिए ऑनलाइन मिलने वाले परमिट को ऑफलाइन कर दिया गया था. खनिज विभाग के तत्कालीन संचालक आईएएस समीर बिश्नोई ने इसके लिए 15 जुलाई 2020 को आदेश जारी किया था. इसके लिए सिंडिकेट बनाकर वसूली की जाती थी. पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी को माना गया था.
सुरक्षाबलों ने 16 नक्सलियों को किया ढेर, CM साय ने जवानों की बहादुरी को सराहा, कहा- नक्सलवाद से मुक्त होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा छत्तीसगढ़
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में सुरक्षाबलों को एक और बड़ी सफलता मिली है। सुकमा जिले के केरलापाल थाना क्षेत्र के उपमपल्ली में आज हुई मुठभेड़ में अब तक 16 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। इस ऑपरेशन में डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) के दो जवान घायल हुए हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस ऑपरेशन की सफलता पर जवानों की बहादुरी की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ‘X’ पर लिखा, नक्सलवाद के नासूर को खत्म करने की दिशा में छत्तीसगढ़ के बढ़ते कदम… सुकमा जिले के केरलापाल थाना क्षेत्र के उपमपल्ली में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ आज जारी मुठभेड़ में अब तक 16 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। मुठभेड़ में डीआरजी के 2 जवान के घायल होने की खबर है। ईश्वर से शीघ्रातिशीघ्र उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।
मानवता विरोधी नक्सलवाद को समाप्त करने की दिशा में सुरक्षाबल के जवान नक्सलियों की मांद में घुसकर उसको जड़ से खत्म करने का काम कर रहे हैं। निश्चित ही जवानों को मिली यह कामयाबी सराहनीय है, उनकी बहादुरी को नमन करता हूं। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संकल्प के अनुरूप हमारा छत्तीसगढ़ 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
देखें CM साय की एक्स पोस्ट
14 महीनों में 333 नक्सली ढेर, ऑपरेशन तेज
छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के बाद से सुरक्षाबलों ने नक्सल विरोधी अभियान को और तेज कर दिया है। पिछले 14 महीनों में 63 मुठभेड़ों में 333 नक्सली मारे जा चुके हैं। इस दौरान भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई है। इसके अलावा सुरक्षा एजेंसियों को कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं, जो नक्सली संगठनों के खिलाफ रणनीति बनाने में मददगार साबित हो रहे हैं।
नक्सलवाद का खात्मा बस्तर के विकास की ओर एक बड़ा कदम
गौरतलब है कि नक्सलवाद के समाप्त होने के बाद बस्तर की जनता को शांति और सुरक्षा का अनुभव होगा। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और बस्तर का विकास तेजी से होगा। छत्तीसगढ़ सरकार और सुरक्षा बलों का यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक राज्य पूरी तरह नक्सल मुक्त नहीं हो जाता।
1 लाख तक के सामान की ट्रांसपोर्टिंग पर मिली E-Way Bill में छूट, नोटिफिकेशन जारी…
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने व्यापारियों को बड़ी राहत देते हुए 1 लाख तक के सामान की ट्रांसपोर्टिंग में E-Way Bill में छूट दी है. इस संबंध में आज नोटिफिकेशन जारी किया गया है.
नोटिफिकेशन में बताया गया कि पान मसाला, तम्बाकू और तम्बाकू उत्पाद, विनियरिंग शीट्स, लेमिनेटेड शीट, पार्टिकल बोर्ड, फाइबर बोर्ड, प्लाईवुड, आयरन एंड स्टील, आयरन एंड स्टील के सामान और कोयला को 50 हजार रुपए की श्रेणी में रखा गया है. इसके अलावा अन्य सामान की ट्रांसपोर्टिंग 1 लाख रुपए से अधिक होने पर E-Way Bill देना पड़ेगा.
व्यापारियों ने सरकार से की थी मांग
चेंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी ने बताया कि चेंबर और कैट ने छोटे व्यापारियों को राहत देने के लिए सरकार से मांग की थी, जिस पर अब सरकार ने अमल किया है. हम सरकार के इस कदम की सराहना करते हैं.

डोंगरगढ़ में सज रहा मां का दरबार, चैत्र नवरात्र में उमड़ेगा आस्था का सैलाब…
डोंगरगढ़। घने जंगलों और ऊंची पहाड़ियों के बीच बसा डोंगरगढ़ एक बार फिर नवरात्र महोत्सव के लिए तैयार है. चैत्र नवरात्र 30 मार्च से 6 अप्रैल तक रहेगा, यानी इस बार नवरात्र 8 दिनों का होगा और इस दौरान लाखों श्रद्धालु मां बमलेश्वरी के दर्शन के लिए यहां पहुंचेंगे. पर्व की भव्यता को देखते हुए मंदिर ट्रस्ट, जिला प्रशासन, रेलवे और सुरक्षा एजेंसियां व्यापक इंतजाम कर रही हैं. मंदिर परिसर को भव्य रोशनी रंगबिरंगी झालरों और फूलों से सजाया गया है. दर्शनार्थियों के लिए रोपवे सेवा केवल दिन में उपलब्ध रहेगी, जिसका किराया ₹100 (आना-जाना) और ₹70 (सिर्फ एकतरफा) तय किया गया है. सुरक्षा व्यवस्था को और मज़बूत करने के लिए इस बार 1200 पुलिस जवानों की तैनाती की गई है.
डोंगरगढ़ का पौराणिक महत्व
मां बमलेश्वरी का यह मंदिर हजारों वर्षों से आस्था का केंद्र है. इसे लेकर दो प्रमुख पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं…..
पहली कथा राजा कामसेन से जुड़ी है, जिनकी घनघोर तपस्या से प्रसन्न होकर माँ बगलामुखी यहां प्रकट हुईं. राजा ने माता से विनती की कि वे पहाड़ों से नीचे भी विराजें ताकि सभी भक्त आसानी से उनकी आराधना कर सकें. माता ने राजा की भक्ति स्वीकार की और एक रूप में पहाड़ी पर बड़ी बमलेश्वरी और दूसरे रूप में समतल भूमि पर छोटी बमलेश्वरी के रूप में स्थापित हो गईं. समय के साथ उनका नाम बमलेश्वरी पड़ गया.
दूसरी कथा राजा विक्रमादित्य से जुड़ी है. कहा जाता है कि डोंगरगढ़ के राजा कामसेन के दरबार में संगीतकार माधवनल और नर्तकी कामकंदला प्रेम में पड़ गए. प्रेम प्रसंग का राज खुलने पर माधवनल को राज्य से निष्कासित कर दिया गया. उसने उज्जैन के राजा विक्रमादित्य से शरण ली, जिन्होंने कामसेन पर आक्रमण कर दिया. भयंकर युद्ध के बाद विक्रमादित्य विजयी हुए, लेकिन जब उन्होंने प्रेम की सच्चाई परखनी चाही, तो कामकंदला ने तालाब में कूदकर जान दे दी, और यह जानकर माधवनल की भी मृत्यु हो गई. इससे विक्रमादित्य व्यथित हो गए और उन्होंने माँ की तपस्या की. माँ बमलेश्वरी प्रसन्न हुईं और दोनों प्रेमियों को पुनर्जीवन दिया. तभी से यह स्थान प्रेम, आस्था और शक्ति का केंद्र बना हुआ है.
विशेष अनुष्ठान और आयोजन
पहाड़ के ऊपर स्थित माता के मंदिर में 7500 दीप और नीचे मंदिर में 900 आस्था के दीप जलाए जाएंगे. जिसकी राशि छोटी माता मंदिर में 2100 रुपए और बड़ी माता मंदिर में 1100 रुपए जमा कर श्रद्धालु मंदिर में दीपक जला सकते हैं. मंदिर में केवल तेल का दीपक जलाया जाता है, घी के दिये जलाने पर रोक लगाई गई है.” मंदिर ट्रस्ट समिति द्वारा पूरे नवरात्र शतचंडी महायज्ञ और दुर्गा सप्तशती पाठ का आयोजन किया जाएगा. अष्टमी को हवन और पूर्णाहुति, जबकि नवमीं को ज्योति विसर्जन किया जाएगा.
नवरात्र में डोंगरगढ़ के लिए स्पेशल ट्रेनें
रेलवे विभाग ने भक्तों की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनों और अतिरिक्त स्टॉपेज की व्यवस्था की है. श्रद्धालुओं के लिए पानी, विश्राम गृह, और पेयजल जैसी सुविधाएं सीढ़ियों पर उपलब्ध रहेंगी. मां बमलेश्वरी के प्रति श्रद्धालुओं की अटूट आस्था ही है कि हर साल भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है. कहते हैं, यहां मांगी गई मुरादें मां तुरंत पूरी कर देती हैं, और यही इस धाम को और भी खास बनाता है.
संतों का आशीर्वाद, जनसेवा का संकल्प: मुख्यमंत्री साय की विश्व शांति अखंड ब्रह्मयज्ञ में आस्था भरी उपस्थिति
रायपुर। भारत की सनातन परंपरा में ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना रची-बसी है। यही वह सोच है जो भारत को विश्व में अद्वितीय बनाती है – जहाँ विविध आराध्य और परंपराएँ एक ही परिवार की तरह सह-अस्तित्व में रहती हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर के गॉस मेमोरियल ग्राउंड में आयोजित त्रिदिवसीय ‘विश्व शांति अखण्ड ब्रह्म यज्ञ’ के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने संतों एवं भक्तों का छत्तीसगढ़ की पावन धरती पर स्वागत किया और प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि व कल्याण की कामना की।
सनातन परंपरा ने सहा हर आघात, फिर भी रही अटूट
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारतवर्ष संतों, ऋषियों और तपस्वियों की तपोभूमि रहा है। प्राचीन काल से ही सनातन परंपरा पर समय-समय पर अनेक आघात हुए, लेकिन यह परंपरा कभी नहीं टूटी। सत्य सनातन आलेख महिमा धर्म विकास समिति द्वारा आयोजित यह यज्ञ, उसी परंपरा को और भी सुदृढ़ करने की दिशा में एक प्रेरणादायी पहल है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आलेख महिमा के संतों से उनका विशेष आत्मीय संबंध रहा है। उनका आशीर्वाद ही है जिसने उन्हें जनसेवा का सौभाग्य दिलाया। उन्होंने बताया कि जशपुर के इला गाँव, रायगढ़ के सरिया, हिमगिर आदि में संतों के आश्रम स्थापित हैं। रायपुर में भी आश्रम के लिए स्थान उपलब्ध कराने का आश्वासन मुख्यमंत्री ने संतों को दिया।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना बनी फिर से श्रद्धा की डगर
मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि राज्य सरकार ने ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’ को दोबारा शुरू कर दिया है, जो विगत सरकार के कार्यकाल में पूरी तरह बंद हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि कल ही मैंने 780 श्रद्धालुओं को तीर्थयात्रा पर रवाना किया, जो रामेश्वरम, मदुरई और तिरुपति के दर्शन कर रहे हैं। उन्हें विदा करते समय जो आत्मसंतोष मिला, वह अवर्णनीय था। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की भूमि और प्रभु श्रीराम का ननिहाल है। यहाँ के जन-जन में श्रवण कुमार जैसे संस्कार आज भी जीवित हैं। तीर्थ यात्रा करवाना केवल एक योजना नहीं, बल्कि हमारे मूल्यों और परंपराओं का सम्मान है।
श्रीरामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना से हजारों श्रद्धालु लाभान्वित
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ‘श्रीरामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना’ के तहत अब तक 22,000 से अधिक श्रद्धालु भगवान श्रीराम और काशी विश्वनाथ के दर्शन कर चुके हैं। साथ ही उन्होंने राजिम कुंभ के आयोजन की भी चर्चा की, जो प्रदेश की अध्यात्मिक पहचान बन चुका है।
कार्यक्रम को संत किशोर चंद्र बाबा, संत वासुदेव बाबा, संत उदयनाथ बाबा एवं विधायकगण पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू और संपत अग्रवाल ने भी संबोधित किया और आयोजन की सराहना की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने “सौगात-ए-मोदी” के तहत मुस्लिम बहनों को बांटी खुशियाँ : 500 जरूरतमंद महिलाओं को मिले उपहार
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में मुस्लिम समाज की जरूरतमंद बहनों को सौगातें भेंट कर सामाजिक सौहार्द का संदेश दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल “सौगात-ए-मोदी” के तहत मुख्यमंत्री श्री साय ने गरीब महिलाओं को गिफ्ट पैकेट वितरित किए जिसमें लेडीज़ सूट का कपड़ा, सेवइयां, खजूर और मिठाइयां शामिल थीं। मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी को ईद की बधाई देते हुए कहा कि ईद का पर्व प्रेम, सद्भाव और एकजुटता का प्रतीक है।
डॉ. सलीम राज ने बताया कि इसके पहले रायपुर में अल्प संख्यक मोर्चे और छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में 500 महिलाओं को गिफ्ट पैकेट वितरित किए गए।
इस अवसर पर अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज, प्रदेश अध्यक्ष शकील अहमद, एम. इकबाल, संजय श्रीवास्तव, शाहिद खान, रजिया खान, आबिदा खान सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे।
फामेश्वरी यादव बनीं छत्तीसगढ़ की पहली महिला अग्निवीर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दी बधाई
रायपुर। गरियाबंद जिले की 21 वर्षीय फामेश्वरी यादव ने भारतीय सेना में अग्निवीर महिला सैन्य पुलिस (WMP) के रूप में चयनित होकर छत्तीसगढ़ की पहली महिला अग्निवीर बनने का गौरव प्राप्त किया है। यह राज्य के लिए गर्व और बेटियों के आत्मबल का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने फामेश्वरी को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि यह केवल एक चयन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की बेटियों की हिम्मत और देशभक्ति का प्रमाण है। फामेश्वरी ने यह दिखा दिया कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह सफलता राज्य की अन्य युवतियों को भी प्रेरणा देगी, और उन्हें सेना व अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ने का हौसला देगी। राज्य सरकार बेटियों के सशक्तिकरण और राष्ट्र सेवा के हर कदम में उनके साथ है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि यह सफलता छत्तीसगढ़ की नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगी और राज्य की बेटियाँ हर क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करेंगी।
उल्लेखनीय है कि 24 मार्च, 2025 को घोषित परिणाम में चयन के बाद फामेश्वरी 01 मई, 2025 से बेंगलुरु स्थित सेना मिलिट्री पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण प्रारंभ करेंगी। उन्हें सेना भर्ती कार्यालय, रायपुर द्वारा सम्मानित भी किया गया।
मुख्य सचिव और डीजीपी ने पीएम मोदी की सभा की तैयारियों का लिया जायजा, सुरक्षा और ट्रैफिक प्लान को लेकर दिए सख्त निर्देश
बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के मोहभट्ठा में छत्तीसगढ़ को 33,700 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात देंगे. मुख्य सचिव अमिताभ जैन और डीजीपी अरूण देव गौतम ने आज पीएम मोदी की सभा की तैयारियों का जायजा लिया और सभा स्थल पर सुरक्षा और ट्रैफिक प्लान को लेकर अफसरों को सख्त निर्देश दिए.

सीएम विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ में काम हो रहा है. खास योजना के तहत आदिवासी समुदाय को सीधा लाभ मिलने जा रहा है. पीएम मोदी की विशाल जनसभा की तैयारियों में प्रशासनिक अमला जुटा है. मुख्य सचिव और डीजीपी ने कार्यक्रम स्थल पर सभी तैयारियों का जायजा लिया. बिजली, साउंड और बैरिकेडिंग व्यवस्था की जांच की.
पीएंडके उर्वरकों पर सब्सिडी दरों को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी, किसानों को मिलेगा लाभ : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने फॉस्फेटिक और पोटासिक (पीएंडके) उर्वरकों पर खरीफ सीजन, 2025 अप्रैल माह से सितंबर माह के लिए पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (एनबीएस) दरें तय करने के लिए उर्वरक विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। यह रबी सीजन 2024-25 के लिए बजटीय आवश्यकता से लगभग 13,000 करोड़ रुपये अधिक है। इस निर्णय से किसानों को सब्सिडी युक्त, किफायती और उचित मूल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। इसके साथ ही पीएंडके उर्वरकों पर सब्सिडी को युक्तिसंगत बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कृषक हितैषी सोच का परिणाम बताते हुए कहा कि यह निर्णय देश को कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे ले जाने वाला कदम है। इस निर्णय से छत्तीसगढ़ सहित देश के लाखों किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के प्रति छत्तीसगढ़ की जनता और किसानों की ओर से हृदय से आभार प्रकट किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिलासपुर में 33,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुनियादी ढांचे के विकास और स्थायी आजीविका को बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में 30 मार्च को 33,700 करोड़ रुपये से अधिक की विद्युत, तेल और गैस, रेल, सड़क, शिक्षा एवं आवास क्षेत्रों से संबंधित कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भर में बिजली क्षेत्र में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके अनुरूप, सस्ती और विश्वसनीय बिजली उपलब्ध कराने और छत्तीसगढ़ को बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कदम उठाए जाएंगे। वह बिलासपुर जिले में स्थित एनटीपीसी की सीपत सुपर थर्मल पावर परियोजना चरण- III (1x800एमडब्ल्यू) की आधारशिला रखेंगे, जिसकी लागत 9,790 करोड़ रुपये से अधिक है। यह पिट हेड परियोजना उच्च बिजली उत्पादन दक्षता के साथ अत्याधुनिक अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित है। वह छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीजीसीएल) की 15,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली पहली सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर परियोजना (2X660एमडब्ल्यू) के कार्य की शुरुआत करेंगे। वह पश्चिमी क्षेत्र विस्तार योजना (डब्ल्यूआरईएस) के तहत 560 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली पावरग्रिड की तीन विद्युत पारेषण परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
भारत के शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्यों, वायु प्रदूषण में कमी लाने और स्वच्छ ऊर्जा समाधान प्रदान करने के अनुरूप, प्रधानमंत्री कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर और सरगुजा जिलों में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की सिटी गैस वितरण (सीजीडी) परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इसमें 200 किलोमीटर से अधिक हाई प्रेशर पाइपलाइन और 800 किलोमीटर से अधिक एमडीपीई (मीडियम डेंसिटी पॉलीइथिलीन) पाइपलाइन और 1,285 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई सीएनजी डिस्पेंसिंग आउटलेट शामिल हैं। वह हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) की 540 किलोमीटर लंबी विशाख-रायपुर पाइपलाइन (वीआरपीएल) परियोजना की भी आधारशिला रखेंगे, जिसकी लागत 2210 करोड़ रुपये से अधिक होगी। इस बहुउत्पाद (पेट्रोल, डीजल, केरोसिन) पाइपलाइन की क्षमता 3 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष से अधिक होगी।
क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, प्रधानमंत्री 108 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली सात रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और 2,690 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 111 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली तीन रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वह मंदिर हसौद के माध्यम से अभनपुर-रायपुर खंड में मेमू ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाएंगे। वह छत्तीसगढ़ में भारतीय रेलवे के रेल नेटवर्क के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। ये परियोजनाएं भीड़भाड़ को कम करेंगी, कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी और पूरे क्षेत्र में सामाजिक तथा आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगी।
छत्तसीगढ़ में सड़क के बुनियादी ढांचे को बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री एनएच-930 (37 किलोमीटर) के झलमला से शेरपार खंड और एनएच-43 (75 किलोमीटर) के अंबिकापुर-पत्थलगांव खंड को 2 लेन में अपग्रेड करके राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री एनएच-130डी (47.5 किमी) के कोंडागांव-नारायणपुर खंड को 2 लेन में अपग्रेड करने की आधारशिला भी रखेंगे। 1,270 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली ये परियोजनाएं आदिवासी और औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुंच में उल्लेखनीय सुधार लाएगी जिससे क्षेत्र का समग्र विकास होगा।
सभी के लिए शिक्षा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री दो प्रमुख शैक्षिक पहलों को समर्पित करेंगे जिनमें राज्य के 29 जिलों में 130 पीएम श्री स्कूल और रायपुर में विद्या समीक्षा केंद्र (वीएसके) शामिल हैं। पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया योजना के तहत 130 स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा। ये स्कूल अच्छी तरह से संरचित बुनियादी ढांचे, स्मार्ट बोर्ड, आधुनिक प्रयोगशालाओं और पुस्तकालयों के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने में मदद करेंगे। रायपुर में वीएसके विभिन्न शिक्षा संबंधी सरकारी योजनाओं की ऑनलाइन निगरानी और डेटा विश्लेषण को सक्षम करेगा।
ग्रामीण परिवारों के लिए उचित आवास तक पहुंच सुनिश्चित करने और उनके स्वास्थ्य, सुरक्षा तथा जीवन की समग्र गुणवत्ता में सुधार करने की प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए, प्रधानमंत्री आवास योजना - ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत 3 लाख लाभार्थियों का गृह प्रवेश होगा। प्रधानमंत्री इस योजना के तहत कुछ लाभार्थियों को चाबियां सौंपेंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय की उपस्थिति में जुड़े रिश्ते और संवरे भविष्य: नवविवाहितों को मिला आशीर्वाद, सामुदायिक भवन की मिली सौगात, कोचिंग सुविधा के लिए हुआ एमओयू
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज बलौदाबाजार में आयोजित गोंडवाना सामाजिक विवाह एवं महासम्मेलन में शामिल होकर 44 नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया और उनके सुखद दांपत्य जीवन की शुभकामनाएं दीं। यह आयोजन आदिवासी ध्रुव गोंड समाज, खल्लारी महाकालेश्वर के तत्वावधान में नवीन कृषि उपज मंडी परिसर में पारंपरिक गोंडी रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम की शुरुआत भगवान बूढ़ा देव की पूजा-अर्चना से की और प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह जैसे आयोजन सामाजिक एकता, सहयोग और संस्कारों को बढ़ावा देते हैं। यह न केवल आर्थिक रूप से सहायक हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक आदर्श भी स्थापित करते हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत नवविवाहित जोड़ों को आर्थिक सहायता राशि का चेक और आवश्यक विवाह सामग्री प्रदान की। उन्होंने प्रत्येक जोड़े को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखद एवं समृद्ध दांपत्य जीवन की शुभकामनाएँ दीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य केवल सहायता देना नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी में भागीदारी निभाना है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए एक संबल बनकर उभरी है, जिससे वे गरिमा के साथ अपने परंपरागत रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह सम्पन्न कर सकें।
शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल : कोचिंग के लिए एमओयू
इस अवसर पर जिले के विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन और न्यूवोको सीमेंट समूह के मध्य एमओयू (MoU) किया गया। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को जिले से बाहर उन्नत कोचिंग संस्थानों में अध्ययन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। कार्यक्रम में समाज के उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रतिभावान व्यक्तियों का सम्मान भी किया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने गिनाईं सरकार की उपलब्धियाँ
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार ने मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए अधिकांश वादों को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख नए आवास स्वीकृत किए गए हैं। महतारी वंदन योजना से महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना से वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क तीर्थ यात्रा का अवसर मिल रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में गोंड समाज की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए बलौदाबाजार और खल्लारी-सुहेला में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 20-20 लाख रुपए की घोषणा की।
कार्यक्रम को राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक तुलेश्वर नेताम, गोंड समाज के जिला अध्यक्ष भागबली ध्रुव सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष आकांक्षा जायसवाल, जनपद अध्यक्ष सुलोचना यादव, नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन, डॉ. सनम जांगड़े व लक्ष्मी बघेल, के.पी. प्रधान, आनंद यादव, विजय केसरवानी, कलेक्टर दीपक सोनी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल, गोंड समाज के पदाधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया मनोविकास केंद्र का अवलोकन
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज बलौदाबाजार में कृषि उपज मंडी परिसर में संचालित मनोविकास केंद्र का अवलोकन किया। उन्होंने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों से आत्मीय बातचीत कर उनकी प्रगति की जानकारी ली और अभिभावकों से फीडबैक प्राप्त किया। बच्चों द्वारा प्रस्तुत योग, संगीत और सांस्कृतिक गतिविधियों को देखकर मुख्यमंत्री भावविभोर हो उठे और उनकी प्रतिभा की मुक्त कंठ से सराहना की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने पूर्व में कोविड केंद्र रहे भवन को मनोविकास केंद्र के रूप में पुनः उपयोग में लाने की प्रशासनिक पहल की प्रशंसा करते हुए इसे अनुकरणीय मॉडल करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास समाज में समावेशिता और करुणा के भाव को बढ़ावा देते हैं। यह मानवता की सच्ची सेवा है।
इस अवसर पर विशेष बालक शेष साहू ने गायत्री मंत्र का उच्चारण कर मुख्यमंत्री श्री साय को मंत्रमुग्ध किया, वहीं सोमनाथ साहू ने ढोलक की थाप पर जसगीत प्रस्तुत किया। इसके अलावा नीलकमल, पुष्कर, सोमनाथ और शेष द्वारा प्रस्तुत सूर्य नमस्कार योग प्रदर्शन को मुख्यमंत्री श्री साय ने विशेष रूप से सराहा और कहा कि यह बच्चों की शारीरिक और मानसिक सशक्तता का प्रमाण है।
मनोविकास केंद्र : समर्पण, संवेदना और सशक्तिकरण का संगम
जनवरी 2025 में शुरू हुआ बलौदाबाजार का मनोविकास केंद्र विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के समग्र विकास और पुनर्वास के लिए एक आदर्श संस्थान बनकर उभरा है। यह केंद्र अंबुजा अडानी सीमेंट संयंत्र के सीएसआर मद से संचालित हो रहा है, और वर्तमान में 40 से अधिक बच्चों को विशेष शिक्षा, चिकित्सा सहयोग, व्यावसायिक प्रशिक्षण तथा कौशल विकास की सुविधा प्रदान कर रहा है।
यहाँ बच्चों को फिजियोथेरेपी, स्पीच व बिहेवियर थेरेपी, मनोवैज्ञानिक परामर्श, सिलाई, कंप्यूटर साक्षरता, बागवानी जैसे प्रशिक्षणों के साथ-साथ खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मार्गदर्शन दिया जा रहा है।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन, डॉ. सनम जांगड़े, आनंद यादव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे।
बीकानेर में राष्ट्रीय अधिवेशन: संघ के प्रतिनिधियों ने डीआरएम रायपुर को सौंपा ज्ञापन
रायपुर। बीआरएमएस (भारतीय रेलवे मजदूर संघ) के बीकानेर में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में विभिन्न महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए. अधिवेशन के दौरान मंडल सचिव टाटा बाबू राव, मंडल अध्यक्ष अभिषेक रेड्डी एवं मंडल कार्यकारिणी तथा संघ के सम्माननीय सदस्यों ने डीआरएम रायपुर महोदय को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में प्रमुख मांगें:
- रनिंग कर्मचारियों के लिए साइडिंग रेस्ट रूम – इसे रनिंग रूम के समान सुविधाओं से युक्त करने की मांग की गई.
- टिकट ब्रेक – 01:05 के टिकट ब्रेक की सुविधा उपलब्ध कराने की अपील की गई.
- गैंगमैन के लिए सुविधाएं – अधिक फुट प्लेट और सेक्शन में गैंग हाट प्रदान करने की आवश्यकता जताई गई.
- कटनी एवं दुर्ग टीटीई रेस्ट रूम – इन रेस्ट रूम में एसी (A.C) की सुविधा देने की मांग उठाई गई.
- महिला कर्मचारियों के लिए क्रेच रूम – कार्यरत महिलाओं के बच्चों के लिए क्रेच रूम की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग रखी गई.
- स्पोर्ट्स सेल हेतु बड़ा कमरा – खिलाड़ियों की उपलब्धियों के प्रदर्शन के लिए एक बड़े कमरे की मांग की गई.
- दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मजदूर संघ हेतु ऑफिस – संगठन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक ऑफिस प्रदान करने का अनुरोध किया गया.
- ऑफिस स्टाफ के लिए आधुनिक डेस्क – आधुनिक युग के अनुरूप ऑफिस डेस्क उपलब्ध कराने की मांग की गई.
- स्टेशनों पर स्टाफ रेस्ट रूम – सभी स्टेशनों में स्टाफ के लिए रेस्ट रूम की सुविधा देने की आवश्यकता जताई गई.
डीआरएम रायपुर महोदय ने प्रतिनिधियों की मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और समस्याओं के यथासंभव समाधान का आश्वासन दिया. संघ के इस सकारात्मक पहल से रेलवे कर्मचारियों की कार्य स्थितियों में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है.
निगमों और पंचायतों में 10 लाख रुपए या उससे अधिक के कार्य ई टेंडरिंग से होंगे, नगरीय प्रशासन विभाग ने जारी किया संशोधित आदेश
रायपुर। छत्तीसगढ़ के निगमों और पंचायतों में अब 10 लाख रुपए या इससे अधिक की राशि वाले कार्य ई टेंडरिंग के माध्यम से हो सकेंगे. इस संबंध में नगरीय प्रशासन विभाग ने संशोधित आदेश जारी किया है.
पूर्व में ई टेंडरिंग से 20 लाख रुपए के कार्य होने का था आदेश
पूर्व में जारी आदेश के अनुसार 20 लाख रुपए या उससे अधिक राशि के कार्यों के लिए ई-टेंडरिंग प्रक्रिया लागू थी, जिसे अब संशोधित कर 10 लाख रुपए कर दिया गया है. यह निर्णय प्रक्रियाओं में पारदर्शिता लाने, कार्य आवंटन को अधिक सुचारु बनाने और भ्रष्टाचार की संभावनाओं को कम करने के उद्देश्य से लिया गया है.
विकास कार्यों की गुणवत्ता में होगा सुधार
सरकार के इस फैसले से नगरीय क्षेत्रों में विकास कार्यों की गुणवत्ता में सुधार होगा और ठेका प्रक्रिया अधिक पारदर्शी बनेगी. आदेश जारी होने के बाद अब 10 लाख रुपए से अधिक के कार्यों के लिए अनिवार्य रूप से ई-टेंडरिंग प्रक्रिया अपनानी होगी.
देखें आदेश :-
गांव में शराब दुकान खोलने का विरोध : महिलाएं बोलीं : किसी भी कीमत पर नहीं खुलने देंगे शराब दुकान, ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
आरंग। प्रदेश सरकार राज्य के कई जगहों पर नई शराब दुकान खोलने जा रही है, जिसका विरोध भी शुरू हो गया है. आरंग जनपद पंचायत के ग्राम खौली में प्रस्तावित नई शराब दुकान खोलने का ग्रामीणों ने एक स्वर में विरोध किया है. ग्रामीणों ने क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य वतन चंद्राकर के नेतृत्व में आरंग एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा को ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध जताया. गांव में शराब दुकान खुलने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी.
ग्रामीणों ने प्रशासन पर गांव के जनप्रतिनिधियों पर शराब दुकान खोलने के लिए सहमति बनाने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि स्थानीय प्रशासन गांव के सरपंच पर शराब दुकान खोलने की सहमति प्रदान करने का दबाव बना रहे है, जिसके कारण सरपंच भयभीत है. वहीं गांव की महिलाओं का कहना है कि ग्राम खौली में कक्षा 12वीं तक स्कूल है और आसपास के गांव की लड़कियां बड़ी संख्या में पढ़ाई करने यहां आती हैं. शराब दुकान खुलने ने असामाजिक तत्व गांव में अशांति फैलाएंगे और गांव की बहु बेटियों का घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा. शांतिप्रिय ग्राम खौली में शराब दुकान के कारण वाद विवाद की स्थिति निर्मित होगी.

