राजनीति
भूपेश बघेल ने निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र, पूछे ये चार सवाल,…. मुख्यमंत्री बोले, निष्पक्ष होगा चुनाव
रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर कई मुद्दों पर आपत्ति जतायी है। उन्होंने राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर चार सवाल भी पूछा है। भूपेश बघेल चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा है कि महापौर/नगर पालिका अध्यक्ष/ नगर पंचायत अध्यक्ष एवं पार्षदों के मत एक ही EVM मशीन पर डाले जाएँगे?
उन्होंने कहा है कि एक ही मशीन पर मतदाता को दो मत डालने होंगे ऐसा भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार होगा। इस चुनाव प्रक्रिया के लिए मतदाताओं को प्रशिक्षित/जागरूक किए बिना ऐसा करना क्या ठीक होगा? उन्होंने सवाल पूछा है कि क्या इसके लिए नई मशीनें मँगवाईं गयीं हैं या पुरानी मशीनों में नई प्रोग्रामिंग की गई है?
भूपेश बघेल ने कहा कि मशीनों के नियमित मेंटेनेंश के लिए और नई पद्धति से चुनावों के लिए मशीनों की जो प्रोग्रामिंग की गई है उसका ज़िम्मा किस एजेंसी को दिया गया है? क्या यह एजेंसी केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा अधिकृत की गयी है? चुनाव परिणामों की तारीख़ो पर भी पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल उठाये हैं।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री के सवालों पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि चुनाव बिल्कुल ही निष्पक्ष होगा। अगर उन्हें लगता है कि चुनाव निष्पक्ष नहीं होगा, तो उन्हें आपत्ति करने के लिए जगह है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर पूछे चार सवाल.
1. क्या यह सूचना सही है कि स्थानीय निकायों के चुनावों में EVM का प्रयोग तो होगा लेकिन EVM के साथ VVPAT का प्रयोग नहीं किया जाएगा। अगर ऐसा है तो क्या यह चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर बड़ा प्रश्न चिन्ह नहीं लगाता है?
2. सूचना मिली है कि महापौर/नगर पालिका अध्यक्ष/ नगर पंचायत अध्यक्ष एवं पार्षदों के मत एक ही EVM मशीन पर डाले जाएँगे। यानि एक ही मशीन पर मतदाता को दो मत डालने होंगे। ऐसा संभवतः भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार होगा। इस चुनाव प्रक्रिया के लिए मतदाताओं को प्रशिक्षित/जागरूक किए बिना ऐसा करना क्या ठीक होगा? क्या इसके लिए नई मशीनें मँगवाईं गयीं हैं या पुरानी मशीनों में नई प्रोग्रामिंग की गई है?
3. मशीनों के नियमित मेंटेनेंश के लिए और नई पद्धति से चुनावों के लिए मशीनों की जो प्रोग्रामिंग की गई है उसका ज़िम्मा किस एजेंसी को दिया गया है? क्या यह एजेंसी केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा अधिकृत की गयी है?
4. भारत में केंद्रीय चुनाव आयोगों के दिशा निर्देशों के अनुसार अगर कई चुनाव एक साथ हो रहे हों तो सभी चुनावों के परिणाम अंतिम चुनाव के बाद ही जारी किए जाते हैं जिससे कि एक चुनाव के परिणाम का प्रभाव दूसरे चुनावों पर न पड़े। जो चुनाव कार्यक्रम जारी किए गए हैं उसके अनुसार चुनावों के बीच भी परिणाम जारी किए जाएँगे। क्या यह केंद्रीय चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों की अवहेलना नहीं है? क्या इससे चुनावों की निष्पक्षता पर असर नहीं पड़ेगा?
निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस में भीतरघात का आरोप, ब्लॉक अध्यक्ष का पत्र हुआ वायरल
रायपुर। कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर जारी बैठकों के बीच भितरघात के आरोपों ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है. राजधानी रायपुर में अरविंद दिक्षित ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष नवीन चंद्राकर ने पीसीसी अध्यक्ष को एक पत्र लिखकर भितरघातियों की दावेदारी पर विचार न करने का आग्रह किया है. इस पत्र के बाद कांग्रेस में खलबली मच गई है.
नवीन चंद्राकर ने अपने पत्र में आरोप लगाते हुए लिखा कि 2019 में सदर बाजार वार्ड से उनकी पत्नी दीपा चंद्राकर को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद पूर्व पार्षद मनोज कंदोई ने भितरघात किया था. ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने पीसीसी अध्यक्ष से साफ तौर पर कहा कि मनोज कंदोई और सतीश जैन को इस बार प्रत्याशी न बनाया जाए. साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि इन दोनों के अलावा किसी और को प्रत्याशी बनाया गया, तो उसे जीत दिलाना उनकी जिम्मेदारी होगी.
नवीन चंद्राकर ने पत्र में यह आरोप भी लगाया कि 2019 में टिकट नहीं मिलने पर मनोज कंदोई ने भाजपा के एक वरिष्ठ नेता से मिलकर अपनी बहू को बीजेपी की टिकट दिलवाकर कांग्रेस प्रत्याशी को हरवा दिया. इसके अलावा, चंद्राकर ने यह भी कहा कि हर चुनाव में ये लोग पर्दे के पीछे भाजपा के वरिष्ठ नेता के लिए काम करते हैं और कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ साजिश रचते हैं. इस पत्र के बाद से कांग्रेस में भितरघात और पार्टी के भीतर की राजनीति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं.
श्री सीमेंट से गैस रिसाव के कारण 38 बच्चों की बिगड़ी अचानक तबीयत, पूर्व सीएम बघेल ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- बच्चों की लें सुध
बलौदाबाजार। जिले के सुहेला स्थित खपराडीह स्कूल में गैस रिसाव से 38 बच्चों की अचानक तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है. बच्चों ने सांस लेने में तकलीफ, उल्टी और बेहोशी की शिकायत स्कूल के शिक्षकों से की जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. इनमें से दो बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है. इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बेहोश होते स्कूल के बच्चों की सरकार सुध ले.
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि बलौदाबाजार से बेहद भयावह खबर सामने आ रही है. दृश्य इतने भयावाह है कि मैं यहां साझा नहीं कर सकता. सुहेला स्थित खपराडीह स्कूल के पास गैस के रिसाव से 40 से अधिक बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई है. कुछ बच्चे बेहोश हो गए हैं, कुछ को साँस लेने में तकलीफ हो रही है. 2 बच्चों की हालत गंभीर है. बाकी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लगातार तीन दिन से स्कूल में बच्चे बेहोश हो रहे थे, ग्रामीण लगातार प्रशासन से शिकायत कर रहे थे लेकिन प्रशासन सोया रहा और आज यह स्थिति बन गई.
ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल के पास स्थित दो बड़े संयंत्रों से प्रदूषण फैल रहा है. गैस का रिसाव हो रहा है जिस कारण से बच्चों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. संयंत्रों से निकलने वाले धुंआ, रासायनिक तत्व और प्रदूषक पदार्थ हवा में घुलकर बच्चों की सेहत को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
38 स्कूली बच्चों की अचानक बिगड़ी तबीयत
बता दें कि बलौदाबाजार जिले के ग्राम खपराडीह स्कूल में बच्चों की अचानक तबीयत खराब हो गई. एक-एक कर बच्चों को उल्टी होने लगी और कुछ छात्र बेहोश हो गए. स्कूल प्रशासन ने तत्काल विद्यार्थियों के पालकों को सूचना दी और बच्चों को जिला अस्पताल और भाटापारा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है. बच्चों ने तबीयत बिगड़ने का कारण श्री सीमेंट संयंत्र से निकलने वाली बदबूदार गैस को बताया. घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर दीपक सोनी तत्काल बच्चों का हालचाल जानने सुहेला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बच्चों की स्थिति जाना और चिकित्सा अधिकारी को उचित इलाज करने के निर्देश दिए. उन्होंने बच्चों की सीमेंट संयंत्र को लेकर शिकायत पर भी संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं.
क्षेत्र को किया गया सील
कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है. ग्रामीणों और स्कूल बच्चों ने पूछताछ में सीमेंट संयंत्र से निकलने वाली गैस की बदबू बताई है, जिसकी जांच करवाई जा रही है. क्षेत्र को सील किया गया है. इसके अलावा पर्यावरण विभाग सहित उद्योग विभाग की टीम को जांच के लिए निर्देश दिया गया है. जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, बच्चों की पढ़ाई डिस्टर्ब न हो, इसे देखते हुए दूसरे स्कूल में शिफ्ट किया जाएगा.
चुनाव प्रभावित करने का आरोप, एक साथ काउंटिंग की मांग को लेकर पीसीसी चीफ ने निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र, कल बस्तर में होगी कांग्रेस की बड़ी बैठक
रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद अब राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने जीत के दांवे कर रही है. इसको लेकर कांग्रेस बस्तर में कल बड़ी बैठक आयोजित कर रही है. जिसपर चुनाव को लेकर रणनीति बनेगी. कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आज कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने मीडिया से चर्चा की. इस दौरान पीसीसी चीफ बैज ने भाजपा सरकार पर नगरीय निकाय चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है. इसको लेकर बैज ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने एक साथ काउंटिंग कराए जाने की मांग की है.
निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस आश्वस्त : दीपक बैज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह आश्वस्त है. चार चरणों में चुनाव संपन्न हो रहे हैं, जिसमें 15 फरवरी को नगरीय निकाय और तीन अलग-अलग दिनों में पंचायत के परिणाम घोषित किए जाएंगे. एक दिन आचार संहिता लगाई जा रही है और नामांकन की प्रक्रिया भी एक ही तारीख को हो रही है, लेकिन परिणाम चार चरणों में घोषित कर बीजेपी चुनाव को प्रभावित करना चाहती है. कांग्रेस ने इस संदर्भ में निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर 24 फरवरी को सभी परिणाम एक साथ घोषित करने की मांग की है.
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि युवाओं के साथ रोजगार के नाम पर छल किया गया है. B.ed सहायक शिक्षकों की पहले नौकरी छीनी और फिर बर्बरता पूर्वक व्यवहार किया गया. पूरे प्रदेश में OBC वर्ग को चुनाव लड़ने से वंचित किया. 500 रुपए का सिलेंडर देने का वादा करने वाली भाजपा ने आज तक 500 रुपए में सिलेंडर नहीं दिया. जमीन रजिस्ट्री में 30% गाइडलाइन छूट को भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है. अब बीजेपी सरकार 5 डिसमिल से कम जमीन की रजिस्ट्री बंद करने जा रही है. सरकार ने आते ही बिजली बिल महंगे कर दिए. अबतक सीमेंट की कीमतें पांच बार बढ़ चुकी है. कांग्रेस के कार्यकाल में दी जाने वाली बेरोजगारी भत्ता, कोदो-कुटकी खरीदी को भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है.
कानून व्यवस्था पर पीसीसी चीफ का प्रहार
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने सरकार पर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर हमला बोला है. प्रदेश अध्यक्ष बैज ने कहा कि कानून व्यवस्था सबसे बड़ा मुद्दा है. आउट ऑफ स्टेट के गैंगस्टर ने पैर पसार चुकी है. प्रदेश में लूट, हत्या, चोरी, बलात्कार चरम पर है. महिलायें सुरक्षित नहीं है, सरकार अपराध रोकने में सरकार विफल हो चुकी है. छत्तीसगढ़ में अपराधियों का राज चल रहा है. जंगल राज चल रहा. इन सभी मुद्दों के साथ कांग्रेस पार्टी मजबूती के साथ नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में चुनाव लड़ेगी.
कल बस्तर में कांग्रेस की होगी बड़ी बैठक
बस्तर में कल कांग्रेस की बड़ी बैठक होने जा रही है. इस दौरान नगरीय निकाय और पंचायता चुनाव को लेकर बड़ी संभाग स्तरीय बैठक होगी. जिसमें बैठक में बस्तर संभाग के सभी वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर बड़े फैसले लिए जाएंगे.
निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत के मतगणना की तारीखों पर कांग्रेस ने जताई असहमति, निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर करेगी ये मांग
रायपुर। प्रदेश में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का ऐलान हो गया है. इसके साथ ही अब इसपर राजनीति भी शुरू हो गई है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने राज्य निर्वाचान आयोग की ओर से निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत के मतगणना की ऐलान की अलग-अलग तारीखों पर असहमति जताई है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य निर्वाचन आयोग ने नगरीय निकाय चुनाव 2025 का 15 फरवरी को, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पहले चरण का 18 फरवरी, दूसरे चरण का 21 फरवरी और अंतिम चरण का 24 फरवरी को परिणाम घोषणा की तिथि का ऐलान किया है. इसपर अब कांग्रेस ने असहमति जताई है, जिसके लिए अब निर्वाचन आयोग को पत्र लिखेगी.
इस दिन परिणाम ऐलान की मांग
छत्तीसगढ़ कांग्रेस अब निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर सभी चुनावों के परिणामों को 24 फरवरी को घोषित करने की मांग की है. पीसीसी चीफ दीपक बैज ने बीजेपी सरकार पर परिणाम प्रभावित करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस ने निकाय और ग्रामीण चुनाव के नतीजों की दो अलग अलग तारीखों को लेकर आपत्ति जताई है. पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा- ये वन नेशन,वन इलेक्शन की बात करते हैं, वहीं निकाय और पंचायत चुनाव के परिणाम चार चरण में दे रहे हैं. ये परिणाम को प्रभावित करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. कांग्रेस मतगणना की तारीखों से सहमत नहीं. कांग्रेस निर्वाचन आयोग को चिट्ठी लिख कर 24 फरवरी को परिणाम एक साथ जारी करने की मांग करेगी.
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर बनी रणनीति
रायपुर। राजधानी के राजीव भवन में कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो गई. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ दीपक बैज और तमाम नेता बैठक में मौजूद रहे. इस दौरान आगामी चुनाव की रणनीति के साथ प्रत्याशियों के चयन को लेकर चर्चा की गई. बैठक में शामिल हुए पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि हमारे साथी लगातार चुनाव को लेकर अपने क्षेत्रों में बैठके कर रहे है. सभी विधायक साथियों ने कमर कस लिया है. प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे.
कांग्रेस की बैठक में प्रत्याशी चयन को लेकर बड़ा फैसला
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने जानकारी देते हुए बताया कि पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है. पर्यवेक्षक जाएंगे, नगर पंचायत – नगर पालिका में बैठक करेंगे और एक-एक नाम पार्षदों के लिए आगे देंगे. आवश्यकता पड़ी तो वरिष्ठ नेताओं से विधायक और पूर्व विधायक सभी से चर्चा करेंगे. वार्ड में कोई दिक्कत होगी तो आपस में बैठकर जिला स्तर चर्चा की जाएगी. अध्यक्ष की पद पर पीएससी चयन समिति आगे आयेगा.
कांग्रेस नगरीय निकाय चुनाव में सभी वर्गों को साधने की तैयारी
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि फोकस में महिला और युवा वोटर है. सरकार ने एक लाख लोगों को नौकरी देने के नाम पर सरकार बनाई और ठगने का काम किया है. लगातार मंत्रियों के सभा में नौकरी मांग रहे हैं. मंत्रियों के लिए सरकार और मंत्रियों के लिए सबसे बड़ा चुनौती है. किसान और ओबीसी भी हमारे साथ है. बहुत सारे वर्ग है, जो सरकार से नाखुश हैं. उन्हें हम साधने का प्रयास करेंगे.
B. ed शिक्षकों को लेकर पीसीसी चीफ बैज का सरकार पर हमला
दीपक बैज ने B.ed सहायक शिक्षिकाओं के साथ पुलिस प्रशासन द्वारा हुई बर्बरता को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला है . उन्होंने कहा महिलाएँ आरोप लगा रही है कि पुलिस दारू पी करके कपड़ा फाड़ रहे हैं. सोशल मीडिया में वीडियो चल रहे हैं. विष्णु के सुशासन में इतनी छूट कैसे मिल गई. इस सरकार सारे हदें क्रूरता की पराकाष्ठा पार कर चुकी है. कमेटी बनाया गया है, लेकिन कमेटी में अभी तक क्या निर्णय लिया. समय सीमा देकर सरकार को उसे पर निर्णय करना चाहिए. B.ed शिक्षकों को गुमराह करने के लिए कमेटी बना दिया गया. कमेटी में अभी तक एक बैठक भी नहीं हुई. सरकार कितनी बर्बरता के साथ कार्रवाई कर रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज का बड़ा बयान, कहा- जनता के हित में और नगर के विकास पर होगा घोषणा पत्र…
रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर कहा कि जनता के हित में और नगर के विकास पर घोषणा पत्र होगा. समय से पहले घोषणा पत्र तैयार करेंगे.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पार्टी की घोषणा पत्र समिति की बैठक के बाद मीडिया से चर्चा की. उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय क्षेत्र जनता जिस तरीके से विकास चाहती है, वैसे घोषणा पत्र रहेगा. बहुत से मुद्दों को लेकर शानदार घोषणा पत्र होगा. आने वाले समय में कमेटी और बैठक करेगी. घोषणा पत्र तैयार करके हम जनता के बीच में जाएंगे.
वहीं साय कैबिनेट की बैठक में किसानों को लेकर लिए गए फैसलों पर बैज ने कहा कि किसानों को भरोसा नहीं है. अगर राशि देनी है तो तत्काल क्यों नहीं दे रहे हैं. ये सिर्फ चुनाव को देखते हुए भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं. वहीं अतिशेष धान की नीलामी पर कहा कि पहले तो दावा करते थे, फिर नीलामी क्यों किया जा रहा है. केंद्र और राज्य के बीच स्थित ठीक नहीं है. इसलिए नीलामी कर रहे हैं.
कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस : शराब घोटाले मामले में ED ने विवेक ढांड को बताया सूत्रधार
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड का नाम जुड़ने से सियासत गर्मा गई है. मामले में भाजपा के आरोप के बाद आज पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान जब बैज से विवेक ढांड से जुड़े सवाल किये गए तो इससे वह बचते नजर आए और कहा कि मामले में जांच जारी है. वहीं उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनावी मौसम में कांग्रेस के नेताओं को सेंट्रल एजेंसियों के जरिए डराया जा रहा है.
दरअसल, शराब घोटाला मामले में बुधवार को कवासी लखमा की गिरफ्तार के बाद अब तलवार पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड पर लटक रही है क्योंकि ED ने कोर्ट में जो चार्जशीट पेश किया है, उसमें शराब घोटाले का सूत्रधार विवेक ढांड को बताया गया है. बता दें कि विवेक ढांड भूपेश सरकार में नवाचार आयोग के अध्यक्ष भी थे. सरकार और प्रशासन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
शराब घोटाले में विवेक ढांड का नाम आने के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. वहीं पीसीसी चीफ दीपक बैज ने राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान दीपक बैज विवेक ढांड के मामले में कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं. उन्होंने विवेक ढांड की संलिप्तता के सवाल से पूरी तरह किनारा कर लिया. लेकिन उन्होंने भाजपा की सरकार पर ST, SC और OBC वर्ग के नेताओं को टारगेट करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी किसी आदिवासी नेतृत्व को आगे आना नहीं देना चाहती. जब-जब चुनाव आते हैं, तो कांग्रेस के नेताओं को सेंट्रल एजेंसियों के जरिए डराने का काम बीजेपी करती है.
मुख्यमंत्री साय पर पीसीसी चीफ ने निशाना साधते हुए कहा कि जनजाति मुख्यमंत्री हमारे आदिवासी नेता अमरजीत भगत, कवासी लखमा और फिर ओबीसी नेता देवेंद्र यादव को टारगेट कर रहे हैं. उन्होंने आगे यह भी सवाल किया कि अब अगला नंबर किसका है, अब किस आदिवासी नेता को सरकार टारगेट करने जा रही है?
इसके साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सरकार से OBC आरक्षण को बहाल करने का मांग की है. बैज ने कहा है कि प्रदेश भर में OBC वर्ग चक्काजाम और चुनाव बहिष्कार करने की रणनीति तैयार कर रहे है. बीजेपी की ग़लत नियत के चलते OBC वर्ग को वार्ड से लेकर अध्यक्ष तक नुक़सान हुआ है जिसके लिये बीजेपी सरकार ज़िम्मेदार है और OBC वर्ग इस से ज़बर्दस्त आंदोलित है. चुनाव लड़ने से OBC वर्ग को सरकार वंचित कर रही है.
उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि सामान्य सीट OBC को देकर सामान्य वर्ग के लोगो के आरक्षण में भी डकैती कर रही है बीजेपी सरकार. उन्होंने माँग की है कि चाहे अध्यादेश लाए, चाहे विशेष सत्र बुलाए. OBC आरक्षण को बहाल करने जो प्रयास करना पड़े करे सरकार.
EVM को लेकर दीपक बैज ने कहा कि ये सरकार हार के डर से अब ईवीएम की शरण में आ गई है. पहले उपमुख्यमंत्री बैलेट पेपर की बात कर रहे थे लेकिन अब जीतने के लिए हर हथकंडे अपना रही है, सेटिंग कर रही है. उन्होंने कहा कि कई ज़िलों से ज़िलाध्यक्षों की शिकायत आ रही है कि EVM में VVPAT नहीं है. ये सरकार उल्टा चल रही है. इसके पीछे सत्यता क्या है सरकार को स्पष्ट करना चाहिए.
बोर्ड परीक्षा के बीच चुनाव का पीसीसी चीफ दीपक बैज ने विरोध किया है. उन्होंने कहा कि जल्द परीक्षा शुरू हो रहे है. CGBSE CBSE ICSE बोर्ड की परीक्षाएं हैं. बच्चों को तैयारी के लिये एक महीने फ्री समय चाहिए. यदि हर गली मोहल्ले में प्रचार होंगे तो बच्चे पढ़ाई कैसे करेंगे. मतदाता सूची प्रकाशन का डेट भी सरकार बढ़ाते जा रही है. इतने कम समय में सरकार पेपर और चुनाव कैसे कराएगी. लाखों विद्यार्थी प्रदेश की परीक्षा में बैठेंगे. उसी केंद्र में परीक्षा और निर्वाचन होंगे, ये कैसे संभव है. परीक्षा और चुनाव एक साथ नहीं टकराने चाहिए.
पहले चुनाव होगा या परीक्षा सरकार को स्पष्ट करना होगा वरना सरकार के ग़लत नीतियों का परिणाम विद्यार्थियों को भुगतना पड़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने किसानों से वादाखिलाफी का भी मुद्दा उठाया. कहा कि किसानों के खातों में 3100 की राशि अब भी नहीं पहुंची है. सरकार 2300 में धान ख़रीद रही है. 31 सौ का वादा करने वाली सरकार हाफ़ क्यों रही है , अब बताएं 3217 रुपये किसानों को कब मिलेगा?
महाकुंभ पर सियासी बयानबाजी, बृजमोहन अग्रवाल की ‘पाप धोने’ की सलाह पर कांग्रेस ने किया पलटवार…
रायपुर। देश में तेजी से गिरते राजनीतिक विमर्श में अब धर्म का बहुत गहरे तक प्रवेश हो गया है. इसका उदाहरण महाकुंभ बन गया है, जिसमें जाने और नहीं जाने को लेकर कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है.
दरअसल, सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने महाकुंभ जाने के सवाल पर कहा कि हम सभी लोग महाकुंभ में जाएंगे. कांग्रेस के लोग भी महाकुंभ जाए और अपने पाप धोकर आए. इस बयान पर कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला पलटवार करते हुए कहा कि कुंभ लोगों के आध्यात्म का विषय है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि लोग कुंभ इस मानसिकता से नहीं जाते के लोगों को वहां अपना पाप धोना है. बल्कि इस मानसिकता से जाते है कि वहां पुण्य कमाना है. भाजपा के नेता इसमें बयान बाजी कर रहे हैं. महाकुंभ उनकी बपौती नहीं है. कांग्रेस को सीख देने के बजाय भाजपाई खुद अपने गिरेबान में झांके.
‘राम मंदिर निर्माण के बाद मिली आजादी’, भागवत के बयान पर भड़की कांग्रेस, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बोले – यह आजादी की लड़ाई लड़ने वालों का अपमान…
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर निर्माण के बाद आजादी मिलने वाले बयान पर सियासी घमासान मच गया है. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जरिए कांग्रेस ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ भाजपा पर हमला बोला है. भूपेश बघेल ने कहा कि मोहन भागवत का यह बयान स्पष्ट करता है कि वे संविधान को नहीं मानते हैं. यह बयान आजादी की लड़ाई लड़ने वाले लाखों भारतीयों का अपमान है.
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा के साथ प्रेस वार्ता में संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कहा यह स्पष्ट करता है कि वो संविधान को नहीं मानते हैं. राहुल गांधी ने कर इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर यह बात दुनिया के किसी दूसरे देश में कही गई होती तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुका होता, उसे गिरफ्तार कर लिया गया होता, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ.
मोहन भागवत और उनके संगठन के लोग संविधान के बारे में समय-समय पर बयान देते रहते हैं इससे स्पष्ट हो जाता है कि वो संविधान को नहीं मानते, संविधान को बदल देना चाहते हैं. उनके सांसदों ने भी कहा कि हम संविधान बदलेंगे. इनको 52 साल लगा तिरंगा को अंगीकार करने में. आरएसएस का इतिहास आप सब जानते हैं कि जब लाखों भारतीय अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे, तो ये उनके भागीदार के रूप काम कर रहे थे.
भूपेश बघेल ने कहा कि ये हिटलर और मुसोलिनी के विचारों को मानने वाले लोग हैं, उस रास्ते पर चलने वाले लोग हैं. यह असहमति को भी बर्दाश्त नहीं कर सकते. उनको कुचल देना चाहते हैं, दबा देना चाहते हैं, इस विचारधारा के लोग हैं. दरअसल, यह सरकार आरएसएस की सरकार है. क्योंकि संविधान में न्याय की बात है, समानता की बात है, लोकतंत्र की रक्षा करने की बात है, और RSS इन विचारों को मानती नहीं और वहीं काम लगातार भारतीय जनता पार्टी की सरकार लगातार कर रही है. इनका पक्षपाती एजेंडा से देश क्या, दुनिया भली-भांति परिचित हो चुकी है.
अभी राहुल गांधी ने बयान दिया, उसको तोड़-मरोड़ कर ये लोग गलतबयानी कर रहे हैं. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 12 में राज का अर्थ उसके संस्थानों के रूप में परिभाषित की गई है. अब जितने भी जो न्याय, समानता और लोकतंत्र की रक्षा करने की जिम्मेदारी इन संस्थानों की है, उस पर ये लोग कब्जा कर लिए हैं. जिस प्रकार से ED, IT, CBI का दुरुपयोग हो रहा है. इसलिए राहुल गांधी ने कहा कि हमारी लड़ाई इन संगठनों से भी है, स्टेट का मतलब ही यही है.
इसलिए जो हमारी लड़ाई है, केवल RSS या BJP से नहीं, बल्कि जो संगठन से हैं, जो हमें न्याय दिलाती है, जो हिंदुस्तान की जनता को न्याय दिलाती है, उस पर कब्जा कर लिए हैं उसके खिलाफ भी हमारी लड़ाई है, और इसको लगातार ये लोग दूसरे ढंग से परिभाषित करने के दूसरे ढंग से व्याख्या करने के कोशिश कर रहे हैं. जो निंदनीय है. कम से कम RSS और BJP के लोग कांग्रेस के कार्यकर्ताओं-नेताओं को देशभक्ति का पाठ ना पढ़ाएं. हमें ना सिखाएं कि देशभक्ति क्या है.
भूपेश बघेल ने अंत में कहा कि राहुल गांधी का दृष्टिकोण है, लोकतांत्रिक है, समावेशी है, न्यायपूर्ण है. ये जो मूल सिद्धांत है, उसको लेकर आगे बढ़ रहे हैं, और इन सिद्धांतों के खिलाफ जो भी होगा, या जो भी रोड़ा अटकाएगा, उसके खिलाफ कांग्रेस पार्टी और हमारे नेता राहुल गांधी लड़ाई लड़ते रहेंगे.
पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी पर मंत्री केदार कश्यप ने कहा – लखमा तो सिर्फ मोहरे हैं, वास्तविक चेहरा सामने आना बाकी है…
रायपुर। दो हजार करोड़ के शराब घोटाला मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व कवासी लखमा की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. इस मामले में वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि कवासी लखमा तो सिर्फ मोहरे हैं. तत्कालीन मुख्यमंत्री के करीबी सभी लोग जेल में हैं. यह दर्शाता है कि मुख्यमंत्री निवास पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहा था.
मंत्री कश्यप ने कहा है कि भ्रष्टाचार करके पैसा गांधी परिवार को भेजा जा रहा था. छत्तीसगढ़ के जनता की कमाई सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक पहुंचता था. कहीं ना कहीं वह मोहरे के रूप में उपयोग हो रहे थे. वास्तविक चेहरा सामने आना बाकी है.
भविष्य में बीजेपी को भुगतना पड़ेगा खामियाजा : कांग्रेस
वहीं पूर्व आबकारी मंत्री, कोंटा विधायक कवासी लखमा की गिरफ्तारी के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने आज सुकमा बंद का ऐलान किया है. इसकी सूचना सुकमा जिला कांग्रेस कमेटी ने अनुविभागीय अधिकारी को दे दी है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बीजेपी ईडी के माध्यम से कांग्रेस को डराना चाहती है. लखमा कोंटा से 6 बार के विधायक हैं. आगामी नगरीय और पंचायत चुनाव हैं. ऐसे में बीजेपी कई प्रकार के हथकंडे अपना कर कांग्रेस के गढ़ में विजय हासिल करना चाहती है. बीजेपी ईडी और सीबीआई के दम पर देश में राज करना चाहती है. लोकतंत्र को पूरी तरह से खत्म करने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस नेताओं ने कहा, ईडी अपने अधिकारी का दुरुपयोग कर रही है, जिससे भविष्य में बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
कवासी लखमा की गिरफ्तारी पर कांग्रेस ने भाजपा और ईडी का फूंका पुतला, कहा – ED और CBI के दम पर राज करना चाहती है BJP
जगदलपुर। शराब घोटाला मामले में ईडी ने कोंटा विधायक कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया है. लखमा की गिरफ्तारी को लेकर बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी ने ईडी के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया. बीजेपी और ईडी का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी भी की.
पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की गिरफ्तारी पर पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने ट्वीट कहा, लखमा की गिरफ्तारी भाजपा की कुख्यात द्वेषपूर्ण राजनीति का एक और उदाहरण है. विपक्ष के नेताओं को फंसाना और उन पर जबरन दबाव बनाना भाजपा के गंदे खेल ने सरकारी संस्थाओं और जांच एजेंसियों की निष्पक्षता और काबिलियत पर से देश का विश्वास खत्म कर दिया है. इस संघर्ष के समय में हम सभी हमारे साथी, कांग्रेस नेता कवासी लखमा के साथ खड़े हैं.
ईडी के माध्यम से कांग्रेस को डराना चाहती है भाजपा : कांग्रेस
जगदलपुर में कवासी लखमा की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बीजेपी ईडी के माध्यम से कांग्रेस को डराना चाहती है. लखमा कोंटा से 6 बार के विधायक हैं. आगामी नगरीय और पंचायत चुनाव हैं. ऐसे में बीजेपी कई प्रकार के हथकंडे अपना कर कांग्रेस के गढ़ में विजय हासिल करना चाहती है. बीजेपी ईडी और सीबीआई के दम पर देश में राज करना चाहती है. लोकतंत्र को पूरी तरह से खत्म करने की कोशिश कर रही है.
लखमा की गिरफ्तारी पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा – बदले की भावना से की गई कार्रवाई, केंद्र में बैठे आकाओं के इशारे पर ED रच रही साजिश …
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 2 हजार करोड़ के शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री और वरिष्ठ विधायक कवासी लखमा की गिरफ्तार पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है. बघेल ने ट्वीट कर कहा है कि बदले की भावना से कार्रवाई की गई है. केंद्र सरकार में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर ईडी कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की साजिश रच रही है. पूरी कांग्रेस पार्टी कवासी लखमा के साथ खड़ी है.
OBC आरक्षण पर जारी है सियासत : भाजपा नेताओं की प्रेसवार्ता पर भूपेश बघेल ने कहा- अनारक्षित सीट पर बीजेपी खैरात बांटना चाहती है…
रायपुर। छत्तीसगढ़ में ओबीसी आरक्षण को लेकर सियासत गरमा गई है. पिछड़ा वर्ग समाज के आरक्षण को लेकर बीजेपी की प्रेसवार्ता के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ओबीसी के लिए इससे बड़ा मजाक कुछ नहीं हो सकता. सरकार ने अधिकार छीन ली और अब कह रहे कि अनारक्षित सीट से टिकट देंगे. बीजेपी खैरात बांटने जैसी बात कर रही है. कोई भी अनारक्षित सीटों से चुनाव लड़ सकता है. इससे साफ होता है कि भाजपा आरक्षण विरोधी है.
मंत्री लखनलाल देवांगन के वायरल वीडियो पर भूपेश बघेल ने कहा, ये कहते थे महिलाओं ने इन्हें जिताया है. अब उन्हीं महिलाओं को ये उठाकर फेंकने की बात कह रहे हैं. इनमें अहंकार आ गया है. अपने आपको अवतारी समझने लगे हैं. भ्रम हो गया है कि हम कुछ भी कर सकते हैं और हमें कुछ नहीं होगा.
पीएससी मामले में बघेल ने कहा – किसी भी स्तर तक जा सकती है सरकार
सीजीपीएससी घोटाला मामले में लाइन ऑफ एक्शन में बदलाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, सरकार में आने से पहले बीजेपी ये घोषणा की थी इसलिए ये किसी भी स्तर तक जा रहे. लोहारीडीह हिंसा मामले में भी दर्जनों गिरफ़्तारी हुई थी, लेकिन बाद में लोगों को रिहा किया गया था. पीएससी मामले में जिन 15 बच्चों की नियुक्ति रोकी गई उनमें से दो बच्चों ने फिर एग्जाम क्वालीफाई किया. प्रमाणित नहीं कर पा रहे इसलिए कोई भी एक्शन ले रहे.
दिल्ली दौरे से पहले संगठन विस्तार पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, संगठन विस्तार की कोई जानकारी नहीं है. AICC कार्यालय के उद्घाटन में दिल्ली जा रहे. कार्यक्रम में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी समेत देशभर के नेता मौजूद रहेंगे.
ओबीसी आरक्षण में कटौती का विरोध, प्रदेशभर में कल कांग्रेस करेगी प्रदर्शन
रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण में कटौती के विरोध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन करने जा रही है. इसका ऐलान पीसीसी चीफ दीपक बैज ने किया. उन्होंने कहा, ओबीसी आरक्षण के विरोध में 15 जनवरी को सभी जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन किया जाएगा.
कांग्रेस का कहना है कि पहले प्रदेश के 16 जिला पंचायत और 85 जनपदों में पहले 25 प्रतिशत सीटें अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हुआ करती थी. अब अनुसूचित क्षेत्रों में ओबीसी आरक्षण लगभग खत्म हो गया है. भाजपा सरकार ने प्रदेश में साजिश कर ओबीसी आरक्षण में कटौती की है. अधिकांश जिला, जनपद पंचायतों में ओबीसी आरक्षण खत्म हो गया है.
जहां 90 % ओबीसी वहां भी ओबीसी के लिए सरपंच पद आरक्षित नहीं
कांग्रेस ने कहा, मैदानी क्षेत्रों में अनेकों पंचायतें ऐसी है, जहां लगभग 90 से 99 प्रतिशत आबादी ओबीसी की है, लेकिन वहां पर भी ओबीसी के लिए सरपंच पद आरक्षित नहीं है. पंचों का आरक्षण भी जनसंख्या के अनुपात में कम है. पूर्व में ओबीसी के लिए आरक्षित ये सभी सीटें अब सामान्य घोषित हो चुकी है.
भाजपा-कांग्रेस में पोस्टर वॉर जारी: कांग्रेस ने बीजेपी को बताया चिंटफंड कंपनी का प्रतिनिधि, तो BJP ने कांग्रेस पर साधा निशाना
रायपुर। छत्तीसगढ़ में महिलाओं से करोड़ों की ठगी करने वाली कंपनी फ्लोरा मैक्स के भंडाफोड़ और पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. एक तरफ फ्रॉड की शिकार हुई महिलाएं धरना प्रदर्शन कर सरकार से मदद की गुहार लगा रही हैं. तो वहीं सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर ऐसी फ्रॉड चिटफंज कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने का आरोप लगा रही है. दोनों ही पार्टियों ने आज सोशल मीडिया में कार्टून पोस्टर जारी कर एक-दूसरे पर निशाना साधा है.