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भारत में लॉन्च हुआ नया इलेक्ट्रिक स्कूटर ZELIO Gracyi, कीमत और शानदार फीचर्स जानें
ZELIO Gracyi : इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में एक और नया विकल्प जुड़ गया है। हरियाणा स्थित ईवी निर्माता कंपनी ZELIO E-Mobility ने भारत में अपना नया इलेक्ट्रिक स्कूटर ZELIO Gracyi लॉन्च कर दिया है। यह नया स्कूटर अपने आकर्षक डिज़ाइन, दमदार रेंज और किफायती कीमत के साथ शहरी यात्रियों और युवाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है। कंपनी ने इसे कई वेरिएंट्स में पेश किया है, जिससे ग्राहक अपनी जरूरत और बजट के अनुसार चुनाव कर सकें।
प्रमुख वेरिएंट्स, रेंज और कीमत:
ZELIO Gracyi को मुख्य रूप से तीन बैटरी वेरिएंट में लॉन्च किया गया है, जिनकी कीमत और रेंज अलग-अलग हैं:
जेल बैटरी (60V/32Ah): इस वेरिएंट की एक्स-शोरूम कीमत 54,000 रुपये है। कंपनी का दावा है कि यह एक बार फुल चार्ज करने पर 80-90 किलोमीटर तक की रेंज देती है।
जेल बैटरी (72V/42Ah): यह वेरिएंट 58,500 रुपये की एक्स-शोरूम कीमत पर उपलब्ध है और इसकी रेंज 130-140 किलोमीटर तक है, जो इसे लंबी दूरी की यात्रा के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाती है।
लिथियम-आयन बैटरी (60V/30Ah): सबसे प्रीमियम वेरिएंट की कीमत 66,000 रुपये (एक्स-शोरूम) है। यह 90-100 किलोमीटर तक की रेंज देती है और लिथियम-आयन बैटरी के कारण इसका चार्जिंग टाइम भी कम है।
फीचर्स जो इसे बनाते हैं खास:
ZELIO Gracyi को कई आधुनिक और उपयोगी फीचर्स के साथ पेश किया गया है:
डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर: यह स्कूटर डिजिटल डिस्प्ले के साथ आता है, जो स्पीड, बैटरी स्टेटस और अन्य जरूरी जानकारी दिखाता है।
एलईडी लाइटिंग: इसमें एलईडी हेडलाइट और टेललाइट दी गई है, जो न सिर्फ बेहतर रोशनी प्रदान करती है बल्कि स्कूटर को एक प्रीमियम लुक भी देती है।
एंटी-थेफ्ट अलार्म और कीलेस ड्राइव: सुरक्षा के लिए इसमें एंटी-थेफ्ट अलार्म और बिना चाबी के स्कूटर स्टार्ट करने की सुविधा (keyless drive) मिलती है।
USB चार्जिंग पोर्ट: रास्ते में मोबाइल फोन चार्ज करने के लिए एक USB पोर्ट भी दिया गया है।
ब्रेकिंग सिस्टम: बेहतर सुरक्षा के लिए फ्रंट में डिस्क ब्रेक और पीछे ड्रम ब्रेक दिए गए हैं।
आरामदायक राइड: टेलिस्कोपिक सस्पेंशन और हाइड्रोलिक शॉकर के साथ, यह स्कूटर आरामदायक राइडिंग का अनुभव देता है।
ZELIO Gracyi का मुकाबला बाजार में पहले से मौजूद ओला एस1 एक्स (Ola S1 X) और एथर एनर्जी (Ather Energy) जैसे इलेक्ट्रिक स्कूटर्स से होगा। अपनी किफायती कीमत और शानदार रेंज के साथ, यह इलेक्ट्रिक स्कूटर उन ग्राहकों के लिए एक मजबूत विकल्प बनकर उभरा है जो कम खर्च में एक विश्वसनीय और स्टाइलिश ईवी की तलाश में हैं।
MG Comet EV सिर्फ 1 लाख की डाउन पेमेंट देकर घर ले आएं ये शानदार इलेक्ट्रिक कार, जानें कितनी होगी EMI
MG Comet EV : अगर आप एक सस्ती और स्टाइलिश इलेक्ट्रिक कार खरीदने का मन बना रहे हैं, तो MG Comet EV आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह कार अपनी कॉम्पैक्ट साइज, बेहतरीन फीचर्स और कम रनिंग कॉस्ट के लिए काफी लोकप्रिय है। आइए जानते हैं कि अगर आप इसके बेस वेरिएंट Executive को 1 लाख रुपये की डाउन पेमेंट देकर खरीदते हैं, तो आपकी मासिक EMI कितनी होगी।
MG Comet EV Executive की कीमत
MG Comet EV के बेस वेरिएंट Executive की एक्स-शोरूम कीमत करीब 7.50 लाख रुपये है। ऑन-रोड कीमत में RTO, इंश्योरेंस और अन्य शुल्क शामिल होते हैं, जो हर शहर में अलग-अलग हो सकते हैं। एक अनुमान के मुताबिक, दिल्ली में इस कार की ऑन-रोड कीमत करीब 7.82 लाख रुपये हो सकती है। वहीं, इंदौर में यह कीमत करीब 8.12 लाख रुपये तक जा सकती है।
लोन और EMI का पूरा हिसाब
अगर आप MG Comet EV Executive को खरीदने के लिए 1 लाख रुपये की डाउन पेमेंट करते हैं, तो आपको बाकी की राशि के लिए कार लोन लेना होगा।
लोन राशि: ऑन-रोड कीमत (लगभग 7.82 लाख रुपये) – डाउन पेमेंट (1 लाख रुपये) = 6.82 लाख रुपये।
ब्याज दर: कार लोन की ब्याज दरें आमतौर पर 8 से 10% के बीच होती हैं। हम यहां एक औसत दर 9.8% मानकर गणना कर रहे हैं।
लोन अवधि: आमतौर पर कार लोन की अवधि 5 साल (60 महीने) की होती है।
मासिक EMI की गणना
इन आंकड़ों के आधार पर, 6.82 लाख रुपये के लोन पर 9.8% की ब्याज दर और 5 साल की अवधि के लिए आपकी मासिक EMI लगभग 14,500 रुपये से 15,000 रुपये के बीच हो सकती है। यह राशि अलग-अलग बैंकों और उनकी ब्याज दरों के आधार पर थोड़ी कम या ज्यादा हो सकती है।
इस तरह, आप सिर्फ 1 लाख रुपये की डाउन पेमेंट देकर और हर महीने एक किफायती EMI भरकर MG Comet EV को अपने घर ला सकते हैं और पेट्रोल-डीजल के बढ़ते खर्चों से बच सकते हैं।
ऑलफाइन इंडस्ट्रीज ने लॉन्च किया नया E-Rickshaw
E-Rickshaw : भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की मांग लगातार बढ़ रही है और ई-रिक्शा सेगमेंट भी इससे अछूता नहीं है। इसी बढ़ती मांग को देखते हुए ऑलफाइन इंडस्ट्रीज ने नया ई-रिक्शा भारतीय बाजार में लॉन्च किया है।
खासियत और फीचर्स
ऑलफाइन का नया ई-रिक्शा बेहतरीन फीचर्स और इलेक्ट्रिक रेंज के साथ पेश किया गया है। निर्माता का कहना है कि वाहन में मजबूत बैटरी, आरामदायक सीटिंग और स्मार्ट डिज़ाइन शामिल हैं, जिससे यह लंबी दूरी के लिए उपयुक्त है।
रेंज और कीमत
कंपनी ने इस नए ई-रिक्शा की बैटरी रेंज और कीमत को भी किफायती रखा है, जिससे आम जनता इसे आसानी से अपना सके। यह ई-रिक्शा शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करता है।
बाजार में प्रतिक्रिया
विशेषज्ञों का कहना है कि ई-रिक्शा बाजार में यह नया मॉडल ई-रिक्शा चालकों के लिए एक बड़ी राहत और विकल्प साबित होगा। ऑलफाइन इंडस्ट्रीज ने इसे उच्च क्षमता और टिकाऊपन के साथ पेश किया है, ताकि यह लंबे समय तक काम कर सके।
सोने की कीमत में और उछाल की उम्मीद
पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजार के मौजूदा संकेतों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि सोने की कीमतों में फिलहाल बड़ी गिरावट की संभावना कम है। दिवाली और धनतेरस के त्योहारों से पहले सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे निवेशकों और खरीदारों दोनों को सतर्क रहने की जरूरत है।
अंतरराष्ट्रीय कारकों का असर:
सोने की कीमत पर अंतरराष्ट्रीय बाजार की गतिविधियों का सीधा असर पड़ता है। वर्तमान में वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता का माहौल है, और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना बनी हुई है। जब भी ब्याज दरें कम होती हैं, तो निवेशक सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की तरफ रुख करते हैं, जिससे इसकी मांग और कीमत दोनों बढ़ जाती हैं। इसके अलावा, भू-राजनीतिक तनाव भी सोने की कीमतों को बढ़ा रहे हैं, क्योंकि ऐसे समय में सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है।
घरेलू बाजार में स्थिति:
भारत में भी सोने की मांग बढ़ी हुई है, खासकर त्योहारी सीजन के नजदीक आने के कारण। भारतीय रुपये की कमजोरी भी सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का एक और कारण है। जब डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होता है, तो भारत में आयात होने वाला सोना महंगा हो जाता है, जिसका सीधा असर उसकी खुदरा कीमत पर पड़ता है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमत में फिलहाल कोई बड़ी गिरावट नहीं आएगी। उनका कहना है कि आने वाले समय में सोना 68,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। हालांकि, छोटी अवधि में कीमतों में थोड़ा-बहुत उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन लंबी अवधि में इसमें तेजी ही देखने को मिलेगी। विशेषज्ञों की सलाह है कि अगर आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह सही समय हो सकता है।
सोने की मौजूदा कीमत:
आज, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 66,500 रुपये के आसपास चल रही है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 61,000 रुपये के करीब है। चांदी की कीमत भी 80,000 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास बनी हुई है।
कुल मिलाकर, आने वाले समय में सोना और महंगा हो सकता है, और अगर आप निवेश के उद्देश्य से खरीदारी कर रहे हैं तो यह एक अच्छा मौका हो सकता है।
भारत में Apple की ‘दिवाली’: एक साल में ₹8 लाख करोड़ से ज्यादा का सामान बेचा
एप्पल के लिए भारत एक बेहद महत्वपूर्ण बाजार बनता जा रहा है। कंपनी ने हाल ही में जारी किए गए अपने वित्तीय आंकड़ों में बताया है कि पिछले एक साल में भारत में उसने ₹8 लाख करोड़ से ज्यादा के प्रोडक्ट्स की बिक्री की है। एप्पल के सीईओ टिम कुक ने इस उपलब्धि को कंपनी के लिए एक ‘हैप्पी दिवाली’ जैसा बताया है, जो भारत में कंपनी की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
बिक्री में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
एप्पल की यह रिकॉर्ड बिक्री मुख्य रूप से iPhone, iPad और MacBook जैसे प्रोडक्ट्स की बढ़ी हुई मांग के कारण हुई है। खास तौर पर iPhone 15 सीरीज ने भारतीय बाजार में शानदार प्रदर्शन किया है। इसके अलावा, एप्पल ने भारत में अपने रिटेल स्टोर, एप्पल साकेत और एप्पल BKC, को भी खोला है, जिससे ग्राहकों को बेहतर अनुभव मिल रहा है।
एप्पल ने अपने बयान में कहा है कि भारत में उसके प्रोडक्ट्स की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कंपनी का मानना है कि भारत में 5G नेटवर्क के तेजी से विस्तार और लोगों की बढ़ती क्रय शक्ति (purchasing power) से आने वाले समय में बिक्री और भी ज्यादा बढ़ेगी।
भारत में मैन्युफैक्चरिंग पर जोर
एप्पल अब सिर्फ भारत में बिक्री पर ही फोकस नहीं कर रहा है, बल्कि यहां मैन्युफैक्चरिंग को भी बढ़ा रहा है। कंपनी ने हाल ही में भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर्स की मदद से iPhones का उत्पादन काफी बढ़ा दिया है। यह कदम भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अनुरूप है और इससे भारत में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
एप्पल का मानना है कि भारत एक ऐसा बाजार है जिसमें विकास की असीमित संभावनाएं हैं। कंपनी ने कहा है कि वह भारत में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करेगी और ग्राहकों को नए और इनोवेटिव प्रोडक्ट्स मुहैया कराती रहेगी।
यह रिकॉर्ड बिक्री दर्शाती है कि भारतीय उपभोक्ता अब प्रीमियम और क्वालिटी प्रोडक्ट्स को प्राथमिकता दे रहे हैं और एप्पल इस ट्रेंड का भरपूर फायदा उठा रहा है।
टीवीएस एनटॉर्क 150 हुआ लॉन्च, दमदार इंजन और बेहतरीन फीचर्स के साथ, जानें कीमत
TVS Ntorq 150 : टीवीएस मोटर कंपनी ने भारतीय बाजार में अपने लोकप्रिय स्कूटर एनटॉर्क का नया और अधिक शक्तिशाली मॉडल, टीवीएस एनटॉर्क 150 (TVS NTorq 150), लॉन्च कर दिया है। इसे “भारत का पहला हाइपर स्पोर्ट स्कूटर” कहा जा रहा है, जिसे विशेष रूप से युवा और परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड ग्राहकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। यह स्कूटर अपनी दमदार परफॉर्मेंस और एडवांस फीचर्स के साथ स्कूटर सेगमेंट में एक नया बेंचमार्क स्थापित करने के लिए तैयार है।
कीमत और वेरिएंट
टीवीएस एनटॉर्क 150 दो वेरिएंट में उपलब्ध है:
TVS NTorq 150 STD: इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत ₹1,19,000 है।
TVS NTorq 150 TFT: टॉप-एंड वेरिएंट की एक्स-शोरूम कीमत ₹1,29,000 है।
यह कीमत इसे अपने सेगमेंट में सबसे किफायती स्कूटर्स में से एक बनाती है।
दमदार इंजन और परफॉर्मेंस
यह स्कूटर 149.7cc के एयर-कूल्ड O3CTech इंजन से लैस है, जो 13.2 bhp की पावर और 14.2 Nm का टॉर्क जनरेट करता है। यह स्कूटर 0 से 60 किमी/घंटा की रफ्तार सिर्फ 6.3 सेकंड में पकड़ सकता है, और इसकी टॉप स्पीड 104 किमी/घंटा है। इसमें दो राइडिंग मोड भी दिए गए हैं – ‘स्ट्रीट’ और ‘रेस’।
एडवांस फीचर्स
एनटॉर्क 150 कई सेगमेंट-फर्स्ट फीचर्स के साथ आता है:
TFT क्लस्टर: यह स्कूटर एक हाई-रेजोल्यूशन टीएफटी डिस्प्ले के साथ आता है, जिसमें ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन, एलेक्सा इंटीग्रेशन और ओवर-द-एयर (OTA) अपडेट जैसे 50 से अधिक कनेक्टेड फीचर्स मिलते हैं।
सुरक्षा: यह स्कूटर सेगमेंट में पहली बार सिंगल-चैनल ABS (एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) और ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम के साथ आता है, जो राइडर की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।
डिज़ाइन: इसका स्पोर्टी और अग्रेसिव डिज़ाइन स्टील्थ एयरक्राफ्ट से प्रेरित है। इसमें मल्टीपॉइंट प्रोजेक्टर हेडलैंप, टी-शेप्ड एलईडी टेललैंप, जेट-स्टाइल वेंट्स और एयरोडायनामिक विंगलेट्स दिए गए हैं।
अन्य फीचर्स: इसमें 22 लीटर का अंडर-सीट स्टोरेज, यूएसबी चार्जिंग पोर्ट, एडजस्टेबल ब्रेक लीवर, और एक पेटेंटेड ई-जेड सेंटर स्टैंड भी मिलता है।
फिर महंगे होंगे मोबाइल रिचार्ज प्लान
Mobile Recharge : देश के करोड़ों मोबाइल यूजर्स के लिए एक बुरी खबर है। टेलीकॉम कंपनियां एक बार फिर मोबाइल रिचार्ज प्लान्स की कीमतों में बढ़ोतरी करने की तैयारी में हैं। जुलाई 2024 में हुई पिछली बढ़ोतरी के बाद, अब साल 2025 के अंत तक एक और टैरिफ वृद्धि की संभावना जताई जा रही है।
कब और कितनी बढ़ेगी कीमतें?
टेलीकॉम इंडस्ट्री के जानकारों के भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियां 2025 के आखिर तक मोबाइल टैरिफ में 10 से 12 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर सकती हैं। यह बढ़ोतरी खासतौर पर मिड और प्रीमियम सेगमेंट के यूजर्स को प्रभावित कर सकती है, जो ज्यादा डेटा और बेहतर स्पीड वाले प्लान का इस्तेमाल करते हैं।
क्यों बढ़ रहे हैं रिचार्ज प्लान के दाम?
टेलीकॉम कंपनियों के इस फैसले के पीछे कई वजहें हैं:
राजस्व बढ़ाना: कंपनियां अपने एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) को बढ़ाना चाहती हैं। भारत में प्रति यूजर औसत आय अभी भी वैश्विक मानकों की तुलना में काफी कम है।
5G नेटवर्क का विस्तार: 5G सेवाओं के विस्तार और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए कंपनियों को भारी निवेश की जरूरत है। इस खर्च को पूरा करने के लिए टैरिफ बढ़ाना एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुनाफा बढ़ाना: कंपनियों का उद्देश्य अपने निवेश पर मिलने वाले रिटर्न (ROCE) को बेहतर बनाना है।
टियर-आधारित प्राइसिंग: कंपनियां इस बार एक नई रणनीति अपना सकती हैं, जिसमें ज्यादा डेटा पैक खरीदने वाले यूजर्स को प्रोत्साहित करने के लिए डेटा लिमिट कम की जा सकती है। इससे ग्राहकों को बार-बार डेटा पैक रिचार्ज करना पड़ेगा।
जुलाई 2024 में भी कंपनियों ने टैरिफ में 11% से 23% तक की बढ़ोतरी की थी। अब इस नई बढ़ोतरी से ग्राहकों की जेब पर और बोझ पड़ सकता है। हालांकि, कंपनियां इस बात का भी ध्यान रख रही हैं कि ग्राहकों का पलायन न हो।
Maruti Victoris: दमदार इंजन विकल्प और 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग के साथ हुई पेश
Maruti Victoris : मारुति सुजुकी ने भारतीय बाजार में अपनी नई मिड-साइज एसयूवी, Maruti Victoris, को पेश कर दिया है। यह कार कंपनी के एरिना (Arena) डीलरशिप नेटवर्क के जरिए बेची जाएगी और इसका सीधा मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस और स्कोडा कुशाक जैसी कारों से है। Grand Vitara के प्लेटफॉर्म पर बनी यह नई एसयूवी न केवल दिखने में आकर्षक है, बल्कि इसमें कई सेगमेंट-फर्स्ट फीचर्स और दमदार इंजन विकल्प भी दिए गए हैं।
इंजन और परफॉर्मेंस के विकल्प
Maruti Victoris को कई पावरट्रेन विकल्पों के साथ पेश किया गया है ताकि ग्राहकों को उनकी जरूरतों के हिसाब से सही विकल्प मिल सके। इसमें तीन मुख्य इंजन विकल्प हैं:
1. 1.5-लीटर माइल्ड-हाइब्रिड पेट्रोल इंजन: यह इंजन 103 hp की पावर और 139 Nm का टॉर्क पैदा करता है। इसमें 5-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का विकल्प मिलता है।
2. 1.5-लीटर स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड पेट्रोल इंजन: यह 116 hp की संयुक्त पावर के साथ आती है और e-CVT गियरबॉक्स के साथ मिलकर बेहतरीन माइलेज प्रदान करती है।
3. 1.5-लीटर पेट्रोल-CNG: यह 89 hp की पावर देता है और एक अंडरबॉडी टैंक के साथ आता है, जिससे बूट स्पेस पर कोई असर नहीं पड़ता।
खास बात यह है कि माइल्ड-हाइब्रिड ऑटोमैटिक वेरिएंट में ऑल-व्हील-ड्राइव (AWD) का विकल्प भी मिलता है, जो इसे और भी बेहतर ऑफ-रोड क्षमता देता है।
फीचर्स की लंबी लिस्ट
Victoris में फीचर्स की एक लंबी लिस्ट दी गई है, जो इसे सेगमेंट में सबसे एडवांस कारों में से एक बनाती है:
5-स्टार BNCAP रेटिंग: यह कार भारत NCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग हासिल करने वाली मारुति की पहली एसयूवी है, जो ग्राहकों को सुरक्षा का भरोसा देती है।
लेवल 2 ADAS: यह मारुति की पहली कार है, जिसमें ADAS (एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम) दिया गया है, जिसमें ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग, लेन कीप असिस्ट और एडेप्टिव क्रूज कंट्रोल जैसे फीचर्स शामिल हैं।
प्रीमियम इंटीरियर: इसमें 10.25-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, एक बड़ा डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, 64-कलर एम्बिएंट लाइटिंग, वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें और जेस्चर कंट्रोल के साथ पावर्ड टेलगेट भी है।
बेहतरीन ऑडियो: इसमें डॉल्बी एटमॉस सराउंड साउंड सिस्टम के साथ 8-स्पीकर ऑडियो सेटअप है, जो कार को एक चलता-फिरता थिएटर बना देता है।
Maruti Victoris की बुकिंग ₹11,000 की टोकन राशि के साथ शुरू हो गई है। यह एसयूवी निश्चित रूप से भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी साबित होगी।
Mutual Fund में निवेश के लिए जानें ये जरूरी बातें
पिछले कुछ सालों में घरेलू निवेशकों का भारतीय बाजार पर भरोसा बढ़ा है। लोग अब Mutual Fund के जरिए SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) में लगातार निवेश कर रहे हैं। म्यूचुअल फंड में कई विकल्प मौजूद हैं, जैसे इक्विटी, डेट, गोल्ड और हाइब्रिड। निवेशकों के लिए इक्विटी फंड सबसे आकर्षक विकल्प माना जाता है, क्योंकि इसमें अधिक रिटर्न की संभावना होती है। हालांकि, यह अन्य फंड्स की तुलना में जोखिम भरा भी होता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक अपनी वित्तीय स्थिति और उम्र को ध्यान में रखकर सही म्यूचुअल फंड का चुनाव करें। इसका उद्देश्य वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करना होना चाहिए।
वित्तीय लक्ष्यों का महत्व
हमारी पर्सनल और प्रोफेशनल जरूरतें तभी पूरी हो सकती हैं जब हमारे पास निश्चित इनकम हो। बच्चों की शिक्षा, शादी, कार या घर खरीदना, छुट्टियाँ मनाना और रिटायरमेंट प्लान जैसे शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म खर्चों के लिए वित्तीय लक्ष्य तय करना जरूरी है। सही लक्ष्य तय करने से निवेश में अनुशासन आता है और निवेश की प्रक्रिया सरल हो जाती है।
म्यूचुअल फंड चुनते समय ध्यान देने योग्य मुख्य कारक:
समय अवधि (Time Horizon): निवेश का मतलब सिर्फ पैसे डालना नहीं है। यह तय करना जरूरी है कि निवेश कितने समय के लिए है—शॉर्ट टर्म, मीडियम टर्म या लॉन्ग टर्म।
जोखिम सहनशीलता (Risk Appetite): निवेशक को यह देखना चाहिए कि वह कितना जोखिम उठा सकता है। सामान्यतः युवा अधिक जोखिम लेते हैं, जबकि उम्र बढ़ने के साथ जोखिम लेने की क्षमता घटती है।
2026 Honda PCX 160 मैक्सी स्कूटर लॉन्च, नए कलर और प्रीमियम फीचर्स से है लैस
Honda PCX : होंडा ने अपने लोकप्रिय मैक्सी स्कूटर, 2026 Honda PCX 160 का अपडेटेड मॉडल लॉन्च कर दिया है। यह नया मॉडल कई नए रंगों और प्रीमियम फीचर्स के साथ आता है, जो इसे पहले से कहीं ज्यादा आकर्षक और शानदार बनाते हैं। यह स्कूटर तीन अलग-अलग वेरिएंट्स में उपलब्ध है, जिन्हें ग्राहकों की जरूरतों के हिसाब से डिजाइन किया गया है।
क्या है नया और खास?
2026 Honda PCX 160 में कई नए फीचर्स और कॉस्मेटिक बदलाव किए गए हैं:
नए कलर ऑप्शंस: स्कूटर को अब नए कलर ऑप्शन में पेश किया गया है। बेस वेरिएंट PCX CBS पुराने पर्ल व्हाइट कलर में ही उपलब्ध है, जबकि PCX ABS वेरिएंट को एक नए पर्ल स्पेंसर ब्लू कलर में लाया गया है। वहीं, टॉप-स्पेक PCX DLX ABS वेरिएंट अब एक शानदार मेटैलिक ब्लैक रंग में आता है।
प्रीमियम फीचर्स: इस मैक्सी स्कूटर में कई प्रीमियम फीचर्स शामिल हैं, जैसे कि एलईडी लाइटिंग सिस्टम, एक बड़ी विंडस्क्रीन और एक एलसीडी स्क्रीन जो स्पीडोमीटर, ट्रिप मीटर, फ्यूल लेवल और ओडोमीटर जैसी जानकारी दिखाती है।
बेहतरीन स्टोरेज: इसमें 30 लीटर का बड़ा अंडरसीट स्टोरेज स्पेस है, जो हेलमेट और अन्य सामान रखने के लिए काफी है। इसके अलावा, इसमें USB टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट भी दिया गया है, जिससे आप चलते-फिरते अपने डिवाइस चार्ज कर सकते हैं।
दमदार इंजन: स्कूटर में पहले की तरह ही 156.9 cc का सिंगल-सिलेंडर, ओएचसी, लिक्विड-कूल्ड इंजन लगा है। यह इंजन 16 हॉर्सपावर की पावर और 14.7 Nm का टॉर्क जनरेट करता है, जो इसे शहरी और हाईवे दोनों तरह की सड़कों के लिए उपयुक्त बनाता है।
कीमत और उपलब्धता:
यह स्कूटर फिलहाल भारत में लॉन्च नहीं हुआ है, लेकिन इसकी शानदार सफलता को देखते हुए यह उम्मीद है कि इसे भारतीय बाजार में भी उतारा जा सकता है। यह मैक्सी स्कूटर सेगमेंट में Yamaha Aerox 155 और Aprilia SXR 160 जैसी गाड़ियों को कड़ी टक्कर दे सकता है। भारत में इसका पेटेंट पहले ही फाइल किया जा चुका है, जो इसके लॉन्च की संभावना को और भी बढ़ा देता है।
मारुति सुजुकी सितंबर में लाएगी नई एसयूवी, Creta, Seltos को देगी कड़ी टक्कर
Maruti Suzuki : देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी सितंबर 2025 में अपनी नई मिड-साइज एसयूवी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इस नई एसयूवी को लेकर बाजार में काफी चर्चा है और हाल ही में इसके डिजाइन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां भी सामने आई हैं। यह एसयूवी हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस और होंडा एलिवेट जैसी गाड़ियों को सीधी टक्कर देगी।
डिजाइन और फीचर्स
लीक हुई जानकारी के मुताबिक, इस नई एसयूवी का डिजाइन काफी आक्रामक और मॉडर्न होगा। इसमें मारुति की ग्रैंड विटारा और फ्रोंक्स जैसी गाड़ियों से प्रेरणा ली गई है।
फ्रंट लुक: इसमें एक बड़ी और बोल्ड ग्रिल होगी, जो क्रोम फिनिश के साथ आ सकती है। इसके साथ ही, स्लीक LED DRLs (डेटाइम रनिंग लाइट्स) और नीचे की तरफ मुख्य हेडलैंप क्लस्टर दिए जाएंगे, जैसा कि मारुति की कई अन्य नई कारों में देखा गया है।
साइड प्रोफाइल: साइड से यह कार काफी मस्कुलर और मजबूत दिखेगी, जिसमें बड़े व्हील आर्च और डुअल-टोन अलॉय व्हील्स होंगे।
इंटीरियर: इंटीरियर में प्रीमियम फिनिशिंग और कई आधुनिक फीचर्स मिलने की उम्मीद है। इसमें एक बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, हेड-अप डिस्प्ले (HUD), 360-डिग्री कैमरा, और वेंटिलेटेड सीटें जैसे फीचर्स शामिल हो सकते हैं।
इंजन और परफॉर्मेंस
नई एसयूवी में मारुति का नया 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन इस्तेमाल किया जा सकता है, जो दमदार परफॉर्मेंस के साथ-साथ बेहतर माइलेज भी देगा। इसमें हाइब्रिड तकनीक का भी विकल्प मिल सकता है, जिससे यह अपनी प्रतिद्वंद्वियों से एक कदम आगे रहेगी। यह कार मैनुअल और ऑटोमैटिक दोनों ट्रांसमिशन विकल्पों में उपलब्ध होगी।
बाजार में चुनौती
मिड-साइज एसयूवी सेगमेंट में हुंडई क्रेटा और किआ सेल्टोस का दबदबा रहा है। होंडा एलिवेट के आने से मुकाबला और बढ़ गया है। ऐसे में, मारुति की यह नई एसयूवी कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण उत्पाद होगी। मारुति की विश्वसनीयता, बड़े सर्विस नेटवर्क और प्रतिस्पर्धी कीमत की रणनीति इसे बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी बना सकती है। इस नई एसयूवी के लॉन्च से इस सेगमेंट में ग्राहकों के पास और भी बेहतर विकल्प उपलब्ध होंगे।
भारत 2038 तक बन सकता है दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था: अर्न्स्ट एंड यंग की रिपोर्ट
वैश्विक परामर्श कंपनी अर्न्स्ट एंड यंग (EY) की हालिया रिपोर्ट ‘EY इकोनॉमी वॉच’ में एक बेहद महत्वपूर्ण अनुमान लगाया गया है कि भारत 2038 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। यह उपलब्धि भारत के लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगी, और यह अनुमान देश की मजबूत आर्थिक बुनियाद, बड़ी और युवा कार्यशील जनसंख्या, और विवेकपूर्ण वित्तीय नीतियों पर आधारित है।
भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी से वृद्धि हो रही है, और यह वृद्धि दर चीन और अमेरिका जैसे विकसित देशों से कहीं अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा रुझानों को देखते हुए भारत 2038 तक अमेरिका को पीछे छोड़कर चीन के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन जाएगा। यह अनुमान भारत की आर्थिक यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ता है, जहाँ देश की आंतरिक मांग, निवेश-अनुकूल नीतियां, और डिजिटल परिवर्तन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की युवा जनसंख्या, जिसे “डेमोग्राफिक डिविडेंड” (जनसांख्यिकीय लाभांश) भी कहा जाता है, इस आर्थिक विकास का सबसे बड़ा चालक है। देश में एक विशाल कार्यशील जनसंख्या है, जो उत्पादन और खपत दोनों को बढ़ावा दे रही है। इसके अलावा, भारत सरकार की मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत, और डिजिटल इंडिया जैसी पहलें भी अर्थव्यवस्था को गति दे रही हैं। इन नीतियों से विनिर्माण, प्रौद्योगिकी और सेवा क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
भारत की अनुशासित वित्तीय नीति और स्थिर राजनीतिक माहौल ने विदेशी निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है। इससे देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में लगातार वृद्धि हो रही है, जो आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। अगर भारत इसी गति से आगे बढ़ता रहा, तो यह सिर्फ एक अनुमान नहीं, बल्कि एक वास्तविकता बन सकता है।
ट्रंप टैरिफ का असर, सेंसेक्स 705 अंक फिसला
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को लाल निशान में बंद हुआ। बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी गई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 705.97 अंक या 0.87 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,080.57 और निफ्टी 211.15 अंक या 0.85 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 24,500.90 पर था।
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी बिकवाली देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 718.70 अंक या 1.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 56,047.50 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 254.25 अंक या 1.45 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 17,294.35 पर था।
बाजार की गिरावट का नेतृत्व आईटी और रियल्टी शेयरों ने किया। निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.59 प्रतिशत और निफ्टी रियल्टी इंडेक्स 1.50 प्रतिशत की कमजोरी के साथ बंद हुआ। इसके अलावा पीएसयू बैंक, एफएमसीजी, प्राइवेट बैंक और सर्विसेज इंडेक्स एक प्रतिशत से अधिक के दबाव के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स पैक में टाइटन, एलएंडटी, मारुति सुजुकी, एक्सिस बैंक और एशियन पेंट्स टॉप गेनर्स थे। एचसीएल टेक, इन्फोसिस, पावर ग्रिड, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, एचयूएल, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, एमएंडएम, टाटा स्टील और ट्रेंट टॉप लूजर्स थे।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1,458 शेयर हरे निशान में, 2,651 शेयर लाल निशान में और 149 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ लागू होने के बाद नकारात्मक धारणा के चलते घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए, जिससे निवेशकों का रुझान कमजोर हुआ।
कपास आयात शुल्क में छूट ने टैरिफ के प्रभावों से निपटने के लिए नीतिगत समर्थन की उम्मीदों को कुछ समय के लिए बढ़ा दिया, जिससे अल्पकालिक इंट्राडे रिकवरी हुई, हालांकि बाजार लाल निशान में बंद हुआ। शेयर बाजार की शुरुआत लाल निशान में हुई थी। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 624 अंक या 0.77 प्रतिशत गिरकर 80,162 पर और निफ्टी 50 इंडेक्स 183.85 अंक या 0.74 प्रतिशत गिरकर 24,528 पर था।
Apple का ‘Awe Dropping’ इवेंट 9 सितंबर को, iPhone 17 सीरीज के साथ आ सकता है सबसे पतला ‘Air’ मॉडल
iPhone 17 : टेक दिग्गज एप्पल अपने वार्षिक हार्डवेयर लॉन्च इवेंट ‘Awe Dropping‘ के साथ एक बार फिर से तैयार है। यह इवेंट 9 सितंबर को होने जा रहा है, जिसमें सबकी निगाहें नई iPhone 17 सीरीज पर टिकी हुई हैं। इस साल की सबसे बड़ी खबर यह है कि एप्पल इस सीरीज में एक बिल्कुल नया ‘Air’ मॉडल भी पेश कर सकता है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह एप्पल का अब तक का सबसे पतला आईफोन होगा।
क्या है iPhone 17 ‘Air’ मॉडल की खासियत?
iPhone 17 सीरीज में चार मॉडल्स – iPhone 17, iPhone 17 Pro, iPhone 17 Pro Max और एक नया iPhone 17 ‘Air’ शामिल हो सकते हैं। यह ‘Air’ मॉडल खास तौर पर अपनी अल्ट्रा-स्लिम डिज़ाइन के लिए जाना जाएगा, जो इसे मौजूदा आईफोन मॉडल्स से बिल्कुल अलग बनाएगा। एप्पल का यह कदम स्मार्टफोन डिज़ाइन में एक नया ट्रेंड सेट कर सकता है, जैसा कि उसने MacBook Air के साथ किया था।
अन्य संभावित अपडेट्स
iPhone 17 सीरीज में और भी कई बड़े अपग्रेड्स देखने को मिल सकते हैं। इनमें एक नया A-सीरीज चिपसेट, कैमरा टेक्नोलॉजी में सुधार और डिस्प्ले में कुछ बदलाव शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Pro और Pro Max मॉडल में पेरिस्कोप लेंस हो सकता है, जिससे ऑप्टिकल जूम क्षमता में सुधार होगा। साथ ही, फोन के सॉफ्टवेयर और AI क्षमताओं में भी महत्वपूर्ण सुधार किए जाने की उम्मीद है।
इवेंट में और क्या हो सकता है लॉन्च?
iPhone 17 सीरीज के अलावा, एप्पल इस इवेंट में नई एप्पल वॉच सीरीज, मैकबुक, आईपैड और संभवतः कुछ नए सॉफ्टवेयर अपडेट भी पेश कर सकता है। हालांकि, सबसे ज्यादा उत्सुकता नए आईफोन 17 ‘Air’ को लेकर है, जो एप्पल की पतली और हल्के प्रोडक्ट लाइनअप का हिस्सा बन सकता है।
'जीएसटी' के नये स्लैब में कारों और मोटरसाइकिलों की कीमतों में भारी कटौती संभव
GST : केंद्र सरकार जीएसटी (GST) सिस्टम में एक बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है, जिसे ‘अगली पीढ़ी का जीएसटी’ बताया जा रहा है। इस प्रस्तावित सुधार के तहत, जीएसटी की मौजूदा चार टैक्स स्लैब को घटाकर केवल दो स्लैब – 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत – में लाया जाएगा। अगर यह प्रस्ताव लागू होता है, तो इससे आम उपभोक्ताओं को सीधे तौर पर फायदा होगा, खासकर कारों और मोटरसाइकिलों की कीमतों में भारी कमी आ सकती है।
क्या है नया प्रस्ताव?
वर्तमान जीएसटी व्यवस्था में 5%, 12%, 18% और 28% की चार मुख्य स्लैब हैं। केंद्र सरकार के नए प्रस्ताव में 12% और 28% के मौजूदा स्लैब को हटाने का सुझाव दिया गया है। अधिकांश एंट्री-लेवल की कारें और मोटरसाइकिलों पर अभी 28% जीएसटी लगता है। अगर नया प्रस्ताव लागू होता है, तो ये सभी वाहन सीधे 18% की स्लैब में आ जाएंगे।
वाहनों की कीमतों में 10% की गिरावट
यह बदलाव सीधे तौर पर एंट्री-लेवल की कारों और मोटरसाइकिलों की कीमतों को प्रभावित करेगा। 28% से 18% पर आने से इन वाहनों के दाम में सीधे 10% की गिरावट आ सकती है। इससे आम आदमी के लिए वाहन खरीदना और भी आसान हो जाएगा, जिससे ऑटोमोबाइल सेक्टर को भी बड़ी मजबूती मिलेगी
कब तक लागू होने की उम्मीद?
सरकार का लक्ष्य है कि इस संशोधित जीएसटी व्यवस्था को इस साल दीपावली तक लागू कर दिया जाए। अगर ऐसा होता है, तो यह त्योहारी सीजन में ग्राहकों के लिए एक बड़ा तोहफा होगा। यह बदलाव न केवल वाहनों की कीमतों को कम करेगा, बल्कि कर प्रणाली को भी सरल बनाएगा।
यह कदम सरकार की आर्थिक सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य व्यापार को सुगम बनाना और आम जनता पर टैक्स का बोझ कम करना है।
Renault Kiger : नई रेनो काइगर 2025 का टीज़र जारी, जानें क्या होंगे खास बदलाव और फीचर्स
Renault Kiger : रेनो (Renault) ने अपनी लोकप्रिय कॉम्पैक्ट एसयूवी, काइगर (Kiger), के 2025 मॉडल का टीज़र जारी कर दिया है। यह टीज़र इस बात का संकेत देता है कि कंपनी ने बड़े बदलावों की जगह मौजूदा डिज़ाइन और फीचर्स को और बेहतर बनाने पर ध्यान दिया है। आइए विस्तार से जानते हैं कि 2025 रेनो काइगर में क्या कुछ खास देखने को मिलेगा।
बाहरी डिज़ाइन में बदलाव
टीज़र और लीक हुई जानकारियों के अनुसार, नई काइगर में कुछ बाहरी अपडेट्स मिलने की उम्मीद है। इसमें एक नया डिज़ाइन किया गया बंपर, नए C-आकार के LED टेललैंप्स, और नए एलॉय व्हील्स देखने को मिल सकते हैं। इसके साथ ही, रेनो का नया लोगो भी ग्रिल पर नजर आएगा। हालांकि, कार का मूल सिल्हूट और मस्कुलर लुक पहले जैसा ही रहेगा।
आंतरिक फीचर्स और टेक्नोलॉजी
केबिन के अंदर भी कई बदलाव होने की उम्मीद है, जिससे यह और अधिक प्रीमियम महसूस होगा। इसमें नई अपहोल्स्ट्री (सीट कवर), एक अपडेटेड टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और वायरलेस स्मार्टफोन कनेक्टिविटी (एंड्रॉयड ऑटो और एप्पल कारप्ले) जैसे फीचर्स मिल सकते हैं। इसके अलावा, कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेनो इसमें 360-डिग्री कैमरा और 6 एयरबैग्स को स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर के तौर पर दे सकती है, जो इसे सेगमेंट में और भी सुरक्षित विकल्प बनाएगा।
इंजन और परफॉर्मेंस
इंजन के मामले में, नई काइगर में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। यह मौजूदा 1.0-लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन और 1.0-लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ ही आएगी। दोनों इंजन विकल्प मैनुअल, एएमटी और सीवीटी ट्रांसमिशन के साथ उपलब्ध रहेंगे।
रेपो रेट घटने के बाद भी यूनियन बैंक में मिल रहा शानदार ब्याज, जानें क्या है स्कीम
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में कटौती के बावजूद, पब्लिक सेक्टर के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर अभी भी आकर्षक ब्याज दरें मिल रही हैं। इस साल, आरबीआई ने फरवरी, अप्रैल और जून में रेपो रेट में 1.00 प्रतिशत की कटौती की थी, हालांकि अगस्त में इसे 5.50 प्रतिशत पर स्थिर रखने का फैसला किया गया। रेपो रेट घटने के बाद कई बैंकों ने एफडी की ब्याज दरें घटा दी थीं, लेकिन यूनियन बैंक अभी भी अपने ग्राहकों को बढ़िया रिटर्न दे रहा है।
यूनियन बैंक में क्या है ब्याज दर?
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया एक सरकारी बैंक है, जो विभिन्न अवधियों की एफडी पर अलग-अलग ब्याज दरें प्रदान करता है। सामान्य नागरिकों के लिए ब्याज दरें 3.40% से 7.35% तक हैं। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) को सामान्य दरों से 0.50% और सुपर वरिष्ठ नागरिकों (Super Senior Citizens) को 0.75% अधिक ब्याज मिलता है।
2 लाख रुपये पर कितना मिलेगा रिटर्न?
यूनियन बैंक की एक खास एफडी स्कीम में 2 साल की अवधि के लिए निवेश करने पर ग्राहकों को शानदार रिटर्न मिल सकता है।
- सामान्य नागरिकों के लिए: 2 साल की एफडी पर 6.50% का ब्याज मिल रहा है। अगर आप 2 लाख रुपये जमा करते हैं, तो आपको मैच्योरिटी पर 30,908 रुपये का फिक्स ब्याज मिलेगा।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए: 2 साल की एफडी पर 7.00% का ब्याज मिलता है।
- सुपर वरिष्ठ नागरिकों के लिए: 2 साल की एफडी पर 7.25% का ब्याज मिलता है।
निवेशकों के लिए फायदा
यह स्कीम उन निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प है, जो कम जोखिम के साथ गारंटीड रिटर्न चाहते हैं। रेपो रेट में कटौती के इस दौर में भी यूनियन बैंक की एफडी स्कीम आकर्षक बनी हुई है, जो निवेशकों को सुरक्षित निवेश का मौका दे रही है। हालांकि, निवेश करने से पहले बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर नवीनतम ब्याज दरों और नियमों की जांच करना हमेशा उचित रहता है।