फ्रेंडशिप डे आज, जाने इतिहास और महत्व
Friendship Day 2025 : अगस्त के पहले रविवार को दुनिया भर में फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है, जो इस साल 2025 में 3 अगस्त को पड़ रहा है। यह दिन दोस्ती के खूबसूरत रिश्ते को समर्पित है। दोस्तों के बिना जीवन अधूरा सा लगता है। वे हमारे सुख-दुख के साथी होते हैं, हमारी हर खुशी और गम में साथ खड़े रहते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस खास दिन को मनाने की शुरुआत कैसे हुई? आइए जानते हैं फ्रेंडशिप डे के रोचक इतिहास और इसके महत्व के बारे में।
कैसे हुई फ्रेंडशिप
फ्रेंडशिप डे की शुरुआत 1935 में संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी। कहा जाता है कि अमेरिकी सरकार ने अगस्त के पहले रविवार को एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। इस घटना से दुखी होकर, उसके दोस्त ने भी आत्महत्या कर ली थी। इसी घटना से प्रेरित होकर, अमेरिकी सरकार ने दोस्ती के सम्मान में अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाने की घोषणा की।
हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि फ्रेंडशिप डे का विचार पहली बार 1930 में जॉयस हॉल नामक एक व्यक्ति द्वारा हॉलमार्क कार्ड्स के संस्थापक के रूप में प्रस्तुत किया गया था। उन्होंने इस दिन को दोस्तों को एक-दूसरे को कार्ड और तोहफे देकर अपनी दोस्ती का जश्न मनाने के लिए एक दिन के रूप में देखा।
संयुक्त राष्ट्र का योगदान
बाद में, 2011 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 30 जुलाई को ‘अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस’ (International Day of Friendship) घोषित किया। हालांकि, कई देशों ने, जिसमें भारत भी शामिल है, अगस्त के पहले रविवार को ही फ्रेंडशिप डे मनाना जारी रखा।
भारत में कैसे मनाया जाता है फ्रेंडशिप डे?
भारत में फ्रेंडशिप डे को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन दोस्त एक-दूसरे को फ्रेंडशिप बैंड बांधते हैं, तोहफे देते हैं, और साथ में समय बिताते हैं। सोशल मीडिया पर भी दोस्ती से जुड़ी पोस्ट और तस्वीरें खूब शेयर की जाती हैं। यह दिन दोस्तों को यह एहसास कराने का एक मौका है कि वे हमारे जीवन में कितने महत्वपूर्ण हैं।
क्यों महत्वपूर्ण है दोस्ती?
दोस्ती हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। दोस्त हमें भावनात्मक समर्थन देते हैं, हमारी खुशियों को बढ़ाते हैं और मुश्किल समय में हमारा साथ देते हैं। वे हमें प्रेरित करते हैं और हमें बेहतर इंसान बनने में मदद करते हैं। फ्रेंडशिप डे सिर्फ एक दिन का जश्न नहीं है, बल्कि यह दोस्ती के अनमोल रिश्ते को सलाम करने का एक तरीका है। यह हमें याद दिलाता है कि हमें अपने दोस्तों को संजोकर रखना चाहिए और हमेशा उनके साथ खड़ा रहना चाहिए।