दिल्ली में 10 साल बाद दिवाली के अगले दिन की हवा रही सबसे साफ, जानिए क्यों
दिवाली के दिन दिल्ली की हवा पिछले साल की तुलना में ज्यादा साफ-सुथरी रही. पिछले साल दिवाली के दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 218 अंक था, जो अगले दिन 358 पर पहुंच गया था, लेकिन इस बार यह 328 अंक रहा, जो पिछले साल की तुलना में 19 अंक कम था.
दिवाली पर दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में पटाखे चलाए गए, जिससे प्रदूषण बढ़ा. शुक्रवार को दिन चढ़ने के साथ हवा की रफ्तार 10 km/h से अधिक हो गई. शुक्रवार की सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 362 तक पहुंच गया था, लेकिन हवा की रफ्तार बढ़ने से प्रदूषक कणों का टूटना तेज हुआ और शाम को चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 339 पर आ गया था.
दूसरी बार सबसे साफ रही हवा
दिवाली के अगले दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक पिछले दस वर्षों में दूसरी बार सबसे कम रहा. इससे पहले, 2022 में सूचकांक 303 पर था, जो पिछले दस वर्षों में सबसे कम था, और 2023 में सूचकांक 358 पर था.
दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 200 मोबाइल एंटी स्मॉग गन तैनात की गई हैं, जिन्हें शुक्रवार को सचिवालय के बाहर आयोजित कार्यक्रम में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था. पर्यावरण मंत्री ने इस मौके पर दिल्ली के लोगों को प्रदूषण का स्तर कम नहीं होने के लिए बधाई दी.
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि दिल्लीवालों के प्रयासों के चलते दीवाली के दूसरे दिन प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में जाने से रुक गया है, लेकिन अभी भी लापरवाही की जरूरत नहीं है.
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को गंभीर स्तर पर जाने से रोकने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसमें 200 मोबाइल एंटी स्मॉग गन भेजे गए हैं. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में दो-दो मोबाइल एंटी स्मॉग गन से पानी का छिड़काव किया जाएगा, जबकि बाकी हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में तैनात रहेंगे.